भाजपा के बागी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पडरौना की सीट बदलने की बताई वजह, जानें क्या
स्वामी प्रसाद मौर्य की सीट बलदने पर राजनीतिक गलियारे में मची हलचल, बताई इसके पीछे की वजह
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए सभी पार्टियां लगातार अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर रही हैं. ऐसे में भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य का पडरौना की जगह फाजिलनगर से मैदान में उतरना सुबह से ही सुर्ख़ियों में बन हुआ है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भाजपा कुशीनगर के पडरौना से आरपीएन सिंह को प्रत्याशी बनाने वाली है.यही वजह है कि सपा बैकफुट पर आ गई है और मौर्य का चुनावी क्षेत्र बदल दिया है.
समाजवादी पार्टी को लग रहा है कि पडरौना से आरपीएन सिंह के सामने मौर्य का जीतना आसान नहीं होगा, इसलिए पार्टी ने उनकी सीट बदल दी. अब इन सब बातों को दरकिनार करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि आरपीएन सिंह उनके लिए चुनौती नहीं थे. उन्होंने कहा कि उन्हें इनकी वजह से पार्टी ने फाजिलनगर से नहीं उतारा है.
स्वामी प्रसाद मौर्य का इस बारे में कहना है कि आरपीएन सिंह ना तो मेरे लिए चुनौती थे, ना हैं और ना होंगे. यदि भाजपा आरपीएन सिंह को पडरौना से सीट देती है तो उनसे कमजोर कोई प्रत्याशी नहीं होगा. उन्होंने अखिलेश यादव का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि मैं पडरौना से तीन बार विधायक रह चुका हूं. मैंने काफी लम्बे समय तक जनता की सेवा की है. जनता के लिए मेरे दिल में हमेशा प्यार रहेगा. जहां तक फाजिलनगर से उम्मीदवार बनाए जाने का सवाल है, तो मैं अखिलेश यादव का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे इस सीट से प्रत्याशी बनाया है. मैं अखिलेश यादव को यहां की जनता की सेवा के लिए मौका देने पर आभार व्यक्त करता हूं.
दोनों ही नेताओं ने बदला है अपना पाला
जानकारी के मुताबिक कुछ समय पहले ही बीजेपी का हाथ छोड़कर स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में शामिल हुए थे. वहीं दूसरी ओर आरपीएन सिंह भी हाल ही कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. आरपीएन सिंह को पडरौना का राजा भी कहा जाता है. ऐसे में भाजपा उन्हें इसी सीट से उतारने का मन चुकी है. माना जा रहा है कि इस वजह से स्वामी प्रसाद मौर्य को अपनी सीट बदलना पड़ा है.