BJP विधायक ने राहुल गांधी, ओवैसी और स्वरा भास्कर के खिलाफ दी तहरीर, जाने पूरा मामला
गाजियाबाद. देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के लोनी से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ( BJP MLANand Kishore Gurjar) ने बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो वायरल होने के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) , एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) और बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर पर रासुका के तहत मुकदमा दर्ज करने की शिकायत की है. उन्होंने इन तीनों पर सांप्रदायिक दंगा भड़काने की साजिश पर रचने के लिए गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थानाध्यक्ष को पत्र लिखकर शिकायत की है. इसके साथ भाजपा ने कहा कि इन तीनों ने इस भ्रामक पोस्ट को शेयर किया है, लिहाजा इनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई होनी चाहिए.
यही नहीं, भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने बताया कि उनकी विधानसभा लोनी में साजिश के तहत एक बुजुर्ग की दाढ़ी काटने और मारपीट करने का वीडियो वायरल किया गया है, जबकि यह घटना 5 जून 2021 की है. इस मामले में पुलिस ने जांच करते हुए कई आरोपियों के खिलाफ ने सिर्फ मुकदमा दर्ज किया है बल्कि कुछ गिरफ्तार भी हुए हैं, लेकिन राहुल गांधी, ओवैसी और स्वरा भास्कर ने अपने अधिकारिक टि्वटर अकाउंट से ट्वीट कर घटना को भगवान श्रीराम से जोड़ते हुए उनके भक्तों को दोषी ठहराया है. हैरानी की बात ये है कि इसमें घटना में मुस्लिम युवक भी शामिल थे.
मामले को हिंदू-मुस्लिम रंग देने की कोशिश
भाजपा विधायक ने कहा कि इससे पता चलता है कि इस मामले को हिंदू-मुस्लिम रंग देने की कोशिश की गई, जो कि पूर्व सुनियोजित षड्यंत्र और किसी अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है. यह लोनी समेत प्रदेश और देश में सांप्रदायिक दंगे करवा कर राज्य और केंद्र सरकार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने की कोशिश है.
सीएम योगी ने राहुल गांधी को दी थी नसीहत
इससे पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने राहुल गांधी को नसीहत देते हुए ट्वीट किया था, ‘प्रभु श्री राम की पहली सीख है- “सत्य बोलना” जो आपने कभी जीवन में किया नहीं. शर्म आनी चाहिए कि पुलिस द्वारा सच्चाई बताने के बाद भी आप समाज में जहर फैलाने में लगे हैं. सत्ता के लालच में मानवता को शर्मसार कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश की जनता को अपमानित करना, उन्हें बदनाम करना छोड़ दें.’
बहरहाल, पुलिस ने मुस्लिम बुर्जुग की पिटाई के मामले में अब तक कई लोगों को गिरफ्तार करते हुए खुलासा किया है कि यह विवाद बुजुर्ग द्वारा दिए गए ताबीज के काम न करने के कारण हुआ. जबकि बुजुर्ग के साथ मारपीट करने वालों में हिंदू और मुस्लिम युवक शामिल थे. हालांकि बुजुर्ग अब्दुल समद सैफी ने कहा कि मारपीट करने वालों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगवाए और जब पानी मांगा तो मुझसे पेशाब पीने को कहा था. इस मुझे मारने के लिए दो बार फायर किया गया था, लेकिन वो मिस हो गया. जबकि ताबीज की बात झूठी है. यही नहीं, पीड़ित ने बदमाशों द्वारा दाढ़ी काटे जाने का आरोप भी लगाया था.