लखनऊ पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया थाने, भाजपा विधायक छुड़ा ले गईं; जानें क्या है पूरा मामला
13 जुलाई को मलिहाबाद में हुई सर्वजीत रावत की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में पुलिस ने सोमवार को दो लोगों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया था। पुलिस सर्वजीत के पिता शोभा रावत और फिरोजपुर गांव के पूर्व प्रधान आजाद रावत से थाने में पूछताछ कर रही थी।
13 जुलाई को मलिहाबाद के शेरपुर भौसा गांव में हुई सर्वजीत रावत की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में पुलिस ने सोमवार को दो लोगों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया था। पुलिस सर्वजीत के पिता शोभा रावत और फिरोजपुर गांव के पूर्व प्रधान आजाद रावत से थाने में पूछताछ कर रही थी। इसी बीच दोनों को छुड़ाने के लिए भाजपा विधायक जयदेवी कौशल समर्थकों के साथ वहां पहुंच गईं। इसके बाद दोनों को छुड़ाकर साथ लेकर चली गईं। खास बात यह है कि इसी मामले की पैरवी में सपा से पूर्व विधायक इंदल रावत भी वहां पहुंचे थे। हालांकि, उनके पहुंचने से पहले ही भाजपा विधायक दोनों को लेकर चली गई थीं।
जयदेवी कौशल सोमवार को मलिहाबाद थाने पहुंची और गेट पर ही खड़ी हो गईं। उन्होंने पुलिसकर्मियों को बाहर बुलाया। इस दौरान करीब 20 मिनट तक हाई प्रोफाइल ड्रामा चलता रहा। विधायक दोनों को साथ ले जाने की मांग कर रही थीं। विधायक ने सीओ योगेंद्र सिंह और इंस्पेक्टर क्राइम प्रेम सिंह से दोनों लोगों को बाहर लाने के लिए कहा। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने शोभा रावत और आजाद रावत को बाहर निकाला और विधायक को सौंप दिया, जिन्हें लेकर वह वापस रवाना हो गईं।
ये है मामलाः मलिहाबाद के शेरपुर भौसा गांव निवासी सर्वजीत रावत का शव 13 जुलाई को गांव के बाहर पाया गया था। परिवारीजन के मुताबिक ढाई माह पूर्व सर्वजीत का विवाह सालेहनगर माल निवासी चांदनी से हुआ था। शादी के कुछ समय बाद ही सर्वजीत व उसकी पत्नी के बीच विवाद हो गया था, जिसके बाद चांदनी मायके चली गई थी। पुलिस ने सर्वजीत की मौत के मामले में पूछताछ के लिए दोनों को थाने बुलाया था।