भाजपा सदस्य फिर से वेल में आकर करने लगे हंगामा
सभा की कार्यवाही पुनः शुरू होने पर भाजपा सदस्य फिर से वेल में आकर हंगामा करने लगे। हंगामे के बीच ही वित्तमंत्री डॉक्टर रामेश्वर उरांव ने चालू वित्तीय वर्ष का द्वितीय अनुपूरक बजट सभा पटल पर रखा। भोजनाकाश के बाद दोपहर दो बजे सदन की कार्यवाही दुबारा शुरू होने पर नियोजन नीति समेत अन्य मुद्दों को लेकर भाजपा विधायक एक बार फिरवेल के निकट आ गये और जोर-जोर से बोल लगे। बाद में भाजपा के सभी सदस्य अपनी बातों को कहते हुए सभा की कार्यवाही का बहिर्गमन कर बाहर चले गये।
वहीं, राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के बाद सरकार की ओर से जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार के विजन, उपलब्धियों और भविष्य की नीतियों का स्पष्ट रूप से जिक्र किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष बजट सत्र केदौरान भी जब 22 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन के कारण सभा की कार्यवाही को बीच में ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करना पड़ा था। आलम ने बताया कि लॉकडाउन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सबसे पहले प्रवासी श्रमिकों को घर वापस लाने का काम शुरू हुआ। सभी जरूरतमंद और गरीब परिवार वालों को अनाज उपलब्ध कराया गया, जगह-जगह मुख्यमंत्री दाल-भात केंद्र की स्थापना की गयी। वापस लौटे श्रमिकों के लिए रोजगार उपलब्ध कराने का काम भी शुरू हुआ।
संसदीय कार्यमंत्री ने आगे कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में बहुत अच्छा काम हुआ, करीब आठ लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया, मनरेगा और ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से गांव-पंचायत में श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। विधायकों की अनुशंसा पर एक पंचायत में पांच-पांच चापाकल लगाने का भी निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि उद्योग धंधे के लिए अधिगृहित जमीन पर काम नहीं शुरू होने पर राज्य में पहली बार 56 रैयतों को जमीन वापस करने का काम भी गठबंधन सरकार में पहली बार किया गया है।