गुजरात में बीजेपी ने इन सीटो पर जीत के लिए बनाया ये प्लान, जानिए क्या
2017 में गंवाने वाली सीटों पर ज्यादा ध्यान लगा सकती है
गुजरात: गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर बीजेपी ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में जुटी भारतीय जनता पार्टी का दो दिवसीय चिंतन शिविर पूरा हो गया है। जानकारी है कि इन दो दिनों में भाजपा ने राज्य में आम आदमी पार्टी को बढ़ने से रोकने से लेकर आदिवासी सीटों पर चर्चा की। साथ ही यह भी जानकारी दी गई कि पार्टी इस बार 2017 में गंवाने वाली सीटों पर ज्यादा ध्यान लगा सकती है। राज्य में साल के अंत में चुनाव हो सकते हैं।
बैठक इस मुददे पर हुई चर्चा
खबर के मुताबिक सोमवार को पूरी हुई बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल शामिल थे। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि इस दौरान चार या इससे ज्यादा बार चुनाव लड़ चुके उम्मीदवारों को टिकट नहीं देने पर भी चर्चा की गई।
नरेश पाटेल को लेकर चर्चा
एक भाजपा पदाधिकारी ने बताया, ‘आप गुजरात में रास्ता तैयार कर रही है और इसे रोका जाना जरूरी है। बीते कुछ हफ्तों में आप के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राज्य में सरकारी स्कूल और अस्पताल के मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। इन दावों से कैसे निपटा जाए, इसपर चर्चा की गई है।’बीते कुछ महीनों से पाटीदार नेता और कोडलधाम ट्रस्ट अध्यक्ष के भी राजनीति में शामिल होने को लेकर चर्चाएं जारी हैं। सूत्रों ने कहा, ‘जब तक यह तय नहीं हो जाता कि वह कौन सी पार्टी में शामिल होंगे, पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को सार्वजनिक तौर पर नरेश पाटेल को लेकर चर्चा नहीं करनी चाहिए।’ उन्होंने आगे बताया, ‘भाजपा ने 182 में से 150 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है।’
आदिवासी बेल्ट पर ध्यान लगाने का फैसला
बता दे कि चुनावी रणनीति के तौर पर पार्टी ने इस बार आदिवासी बेल्ट पर ध्यान लगाने का फैसला किया है, जहां अनुसूचित जाति के लिए 27 सीटें आरक्षित हैं। इसे कांग्रेस का मजबूत क्षेत्र माना जाता है। यहां 2017 में कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थी। जबकि, भाजपा के खाते में 9 सीटें आई थी। वहीं, आप के साथ गठबंधन का ऐलान कर चुकी भारतीय ट्राइबल पार्टी को 2 सीटें मिली थी और 1 निर्दलीय ने जीती थी।