BJP नेता प्रवेश वर्मा का बड़ा खुलासा – “राहुल गांधी ने टिकट ऑफर किया था”

BJP के नेता प्रवेश वर्मा ने एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि जब 2008 और 2009 में उन्हें भाजपा से टिकट नहीं मिला था, तब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें कांग्रेस पार्टी की

नई दिल्ली सीट से BJP के नेता प्रवेश वर्मा ने एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि जब 2008 और 2009 में उन्हें भाजपा से टिकट नहीं मिला था, तब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें कांग्रेस पार्टी की ओर से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था। यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। प्रवेश वर्मा ने कहा कि उनके पिता साहिब सिंह वर्मा के निधन के बाद उन्हें पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर यह प्रस्ताव आया था।

पिता साहिब सिंह वर्मा की विरासत

प्रवेश वर्मा के पिता साहिब सिंह वर्मा, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और BJP के कद्दावर नेता रहे हैं। 2007 में उनके निधन के बाद प्रवेश वर्मा ने राजनीति में कदम रखा। उन्होंने बताया कि 2008 और 2009 में टिकट न मिलने के बावजूद उन्होंने पार्टी का साथ नहीं छोड़ा और भाजपा के सिद्धांतों के प्रति निष्ठावान रहे।

राहुल गांधी के ऑफर पर वर्मा का रुख

प्रवेश वर्मा ने राहुल गांधी के टिकट ऑफर को लेकर कहा कि उन्होंने इसे तुरंत ठुकरा दिया, क्योंकि वे BJP के प्रति प्रतिबद्ध थे। उन्होंने कहा, “पार्टी ने चाहे मुझे उस समय टिकट न दिया हो, लेकिन मैंने अपने विचारों और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। मुझे पता था कि सही समय आने पर पार्टी मुझे मौका देगी।”

राजनीतिक गलियारों में चर्चा

प्रवेश वर्मा के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। कांग्रेस और BJP , दोनों ही दलों के नेताओं ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस की ओर से कहा गया कि यह बयान मात्र चर्चा में आने के लिए दिया गया है, जबकि भाजपा के नेताओं ने वर्मा की निष्ठा की सराहना की।

प्रवेश वर्मा का भाजपा में सफर

BJP में प्रवेश वर्मा का राजनीतिक सफर बेहद दिलचस्प रहा है। टिकट न मिलने के बावजूद उन्होंने पार्टी के लिए काम करना जारी रखा। 2013 में उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी जीत दर्ज की और अपनी राजनीतिक पहचान मजबूत की।

भाजपा के प्रति निष्ठा की मिसाल

प्रवेश वर्मा का यह बयान उनकी भाजपा के प्रति निष्ठा को दर्शाता है। उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में सिद्धांतों और विचारधारा का बहुत महत्व होता है। राहुल गांधी के प्रस्ताव को ठुकराने के पीछे उनका यह विश्वास था कि भाजपा ही वह पार्टी है, जो देश के लिए सही दिशा में काम कर सकती है।

विपक्ष की प्रतिक्रिया

विपक्षी दलों ने इस बयान को लेकर तंज कसा है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अगर राहुल गांधी ने उन्हें प्रस्ताव दिया भी था, तो यह दर्शाता है कि कांग्रेस सभी वर्गों और विचारधाराओं के लोगों को अपने साथ जोड़ना चाहती है। हालांकि, भाजपा नेताओं ने इसे प्रवेश वर्मा की निष्ठा और सिद्धांतों की जीत बताया।

BJP Pravesh Verma

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प्रवेश वर्मा का यह खुलासा राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। उनके इस बयान से जहां भाजपा कार्यकर्ताओं में उनके प्रति सम्मान बढ़ा है, वहीं विपक्षी दल इसे राजनीति का एक नया मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वर्मा का यह बयान बताता है कि राजनीति में विचारधारा और सिद्धांत ही सबसे बड़ा आधार होते हैं, और सही समय पर निष्ठा का फल अवश्य मिलता है।

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