रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिए गए BJP नेता किरीट सोमैया, जाने मामला
मुंबई. बीजेपी नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) ने रविवार को दावा किया कि कोल्हापुर जिले (Kolhapur) के अधिकारियों ने उन्हें जिले में प्रवेश करने से रोक दिया है. सोमैया ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के मंत्री हसन मुशरिफ के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जिसके बाद जिला प्रशासन ने सुरक्षा संबंधी चिंताओं और कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए यह कदम उठाया है. बीजेपी नेता किरीट सोमैया को रविवार रात को सतारा जिले (Satara) के कराड रेलवे स्टेशन में हिरासत में लिया गया है.
माना जा रहा था कि किरीट सोमैया सोमवार को कोल्हापुर जा सकते थे. ऐसे में कोल्हापुर जिले के कलेक्टर ने धारा 144 लगाते हुए उनके खिलाफ प्रतिबंध के आदेश जारी किए थे. साथ ही जिले में 20 और 21 सितंबर को भी तरह की भीड़ एकत्र होने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.
सोमैया ने ग्रामीण विकास मंत्री एवं कोल्हापुर जिले के कागल से विधायक मुशरिफ पर भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने और रिश्तेदारों के नाम पर बेनामी संपत्ति रखने का 13 सितंबर को आरोप लगाया था. सोमैया का सोमवार को पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में जाने का कार्यक्रम था. उन्होंने कोल्हापुर के जिलाधिकारी राहुल रेखवार की ओर से जारी 19 सितंबर का एक आदेश दिखाया, जिसमें कहा गया है कि सोमैया को भारतीय दंड संहिता की धारा 144 के तहत उनकी जान को खतरा व उनके दौरे के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बिगड़ने आशंका को देखते हुए जिले में उनके प्रवेश पर रोक लगाई गई है.
आदेश में यह भी कहा गया कि सोमैया को सुरक्षा मुहैया कराने की आवश्यकता है, लेकिन गणपति विसर्जन के कारण पुलिस की व्यस्तता को देखते हुए यह संभव नहीं होगा. मुंबई के नवघर थाने के वरिष्ठ निरीक्षक सुनील कांबले ने भी सोमैया को नोटिस जारी कर उनसे कोल्हापुर प्रशासन के आदेश का पालन करने को कहा है. सोमैया का मुलंड स्थित आवास नवघर थाना क्षेत्र में आता है.
सोमैया ने ट्वीट करके इसे उद्धव ठाकरे सरकार की दादागिरी बताया. इस बीच बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने इस कदम को तानाशाही वाला बताया और कहा कि ठाकरे सरकार सोमैया की आवाज को दबा नहीं सकती. उन्होंने कहा कि बीजेपी और सोमैया भ्रष्टाचार के इन मामलों को तार्किक परिणति तक पहुंचाएंगे.