डैमेज कंट्रोल मोड में शिवसेना? बताया बीजेपी संग हिंदुत्व वाला रिश्ता, पाक घुसपैठियों से राणे की तुलना
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को गिरफ्तार करवाकर केंद्र की सत्ताधारी पार्टी को नाराज करने के बाद शिवसेना अब डैमेज कंट्रोल मोड में दिख रही है। शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को बीजेपी के संग हिदुत्व वाले रिश्ते की दुहाई दी और इसे खराब करने का ठीकरा नारायण जैसे नेताओं पर फोड़ा जो बीजेपी में नए हैं। राउत ने यह भी कहा कि देवेंद्र फडणवीस और चंद्रकांत पाटिल जैसे बीजेपी नेताओं ने कभी अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया और दोनों पार्टियों का 25 साल तक साथ रहा।
मोदी कैबिनेट में शामिल किए जाने के बाद महाराष्ट्र में जनआशीर्वाद यात्रा निकाल रहे नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने की बात कहकर विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा था कि स्वतंत्रता दिवस के दिन उद्धव ठाकरे यह भूल गए कि आजादी को कितने साल हुए। उन्होंने पीछे सेक्रेटरी से पूछा कि यह अमृत महोत्व है या हीरक महोत्सव। यदि मैं वहां होता तो उद्धव को थप्पड़ लगा देता। राणे के बयान पर शिवसेना आक्रोशित हो गई। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन होने लगे। पुलिस से शिकायत की गई और मंगलवार को राणे को गिरफ्तार कर लिया गया।
राउत ने कहा, ”बीजेपी और शिवसेना में कुछ मुद्दों पर वैचारिक मतभेद था, लेकिन रिश्ता कभी कड़वा नहीं हुआ। पिछले कुछ सालों में बीजेपी जॉइन करने वाले नेताओं ने यह रिश्ता खराब कर दिया। उनकी कुख्याति बांग्लादेशी और पाकिस्तानी घुसपैठियों की तरह है जो हमारे सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ते हैं।” राउत ने आगे कहा, ”हमने (बीजेपी और शिवसेना) कभी एक-दूसरे पर इस तरह हमला नहीं किया ना ही रिश्ता कड़वा रहा। जिस तरह राणे व्यवहार कर रहे हैं, वह दुश्मनी दिखा रहे हैं। किस तरह के व्यक्ति को बीजेपी ने हमारे रिश्ते को सुधारने के लिए नियुक्त किया है।”
राउत ने कहा कि शिवसेना बीजेपी के साथ 25 साल तक रही और सेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे और अटल बिहारी वाजपेयी व एलके आडवाणी के रिश्ते मैत्रीपूर्ण थे। राज्यसभा सांसद ने कहा, ”पीएम मोदी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच भी रिश्ता सौहार्दपूर्ण है।” उन्होंने आगे कहा कि सेना बीजेपी के साथ हिदुत्व के बंधन से जुड़ी है और बीजेपी के पुराने नेताओं ने कभी सेना भवन पर हमला करने या उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने की बात नहीं कही।