BJP और Congress ने लोकसभा सांसदों के लिए ‘थ्री लाइन व्हिप’ जारी किया , उपस्थिति अनिवार्य
Congress ने अपने सभी लोकसभा सांसदों के लिए 13 और 14 दिसंबर 2024 को संविधान पर प्रस्तावित बहस के दौरान सदन में उपस्थित रहने के लिए ‘थ्री लाइन व्हिप’ जारी किया है।
भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और Congress ने अपने सभी लोकसभा सांसदों के लिए 13 और 14 दिसंबर 2024 को संविधान पर प्रस्तावित बहस के दौरान सदन में उपस्थित रहने के लिए ‘थ्री लाइन व्हिप’ जारी किया है। दोनों पार्टियों ने यह निर्देश दिया है कि उनके सांसद इन दो दिनों में सदन में मौजूद रहें और बहस में हिस्सा लें।
भा.ज.पा. ने अपने व्हिप नोटिस में कहा, “सभी सांसदों से अनुरोध है कि वे दोनों दिनों में सदन में उपस्थित रहें।” वहीं, Congress पार्टी ने भी अपने लोकसभा सांसदों के लिए इसी प्रकार का व्हिप जारी करते हुए कहा कि वे 13 और 14 दिसंबर को सदन में उपस्थित रहें।
संविधान पर प्रस्तावित बहस
इस बहस का मुख्य उद्देश्य भारतीय संविधान की साख और उसकी स्थिरता को लेकर चर्चा करना है। यह प्रस्तावित बहस देश के संविधान के महत्व और उसकी अद्यतन प्रासंगिकता पर आधारित होगी। संविधान को लेकर यह बहस भारतीय लोकतंत्र की नींव को मजबूत बनाने के लिए आयोजित की जा रही है।
यह बहस खासतौर पर उन मुद्दों पर केंद्रित होगी जो भारतीय राजनीति और समाज में संविधान के प्रभाव और उसकी विविधताओं के संदर्भ में अहम हैं।
भाजपा और Congress की रणनीति
भा.ज.पा. और Congress दोनों ने यह व्हिप जारी कर अपनी रणनीति को स्पष्ट किया है कि संविधान पर बहस के दौरान पार्टी लाइन पर चर्चा की जाएगी।
- भा.ज.पा. की रणनीति: भाजपा ने संविधान के महत्व और उसकी मजबूती पर चर्चा करने के लिए अपने सांसदों को उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं। इस बहस के दौरान भाजपा पार्टी संविधान के मूल सिद्धांतों को बनाए रखने की पक्षधर रहेगी।
- Congress की रणनीति: कांग्रेस भी इस बहस में सक्रिय रूप से भागीदारी करेगी, और संविधान की मूल भावना और नागरिक अधिकारों की रक्षा पर जोर देगी। पार्टी का उद्देश्य संविधान के अनुच्छेदों और उसके अधिकारों को लेकर जनता के बीच जागरूकता फैलाना है।
व्हिप का महत्व
‘थ्री लाइन व्हिप’ का उद्देश्य सांसदों को सदन में उपस्थित होने के लिए मजबूर करना है, ताकि पार्टी के पक्ष में वोटिंग और बहस को प्रभावी रूप से संचालित किया जा सके। यह व्हिप लोकसभा की कार्यवाही में प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जारी किया गया है, जिससे संसद में पार्टी का रुख और विचार स्पष्ट रूप से व्यक्त किया जा सके।
विपक्ष और अन्य दलों की प्रतिक्रिया
जहां तक विपक्षी दलों का सवाल है, उन्होंने इस बहस पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ विपक्षी दलों ने इसे भाजपा और Congress की राजनैतिक चाल करार दिया है, जबकि कुछ ने संविधान पर चर्चा को लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में जरूरी कदम बताया है।
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13 और 14 दिसंबर को होने वाली इस संविधान पर बहस में भारतीय लोकतंत्र के भविष्य और संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका पर गहन चर्चा होगी। भाजपा और Congress दोनों के लिए यह अवसर महत्वपूर्ण है क्योंकि वे अपने दृष्टिकोण को जनता तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे। इसके अलावा, यह बहस लोकतांत्रिक प्रक्रिया और संविधान के प्रति जनता का विश्वास मजबूत करने में मदद करेगी।