भाजपा 121, जदयू 115 और मांझी की पार्टी हम 7 सीटों पर लड़ेगीः नीतीश कुमार
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) 122 और भाजपा 121 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जदयू अपने कोटे से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हम को सात सीटें देगा और भाजपा मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को अपने कोटे से। सीट बंटवारे को लेकर भारी उतार-चढ़ाव के बीच मंगलवार की शाम भाजपा और जदयू की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह एलान किया।
उन्होंने कहा कि हम लोगों का एनडीए गठबंधन है और सीटों के बंटवारे का निर्णय हो चुका है। न्याय के साथ विकास और समाज के हर तबके का उत्थान हमलोगों का मकसद है। समाज में प्रेम और भाइचारे का भाव होना चाहिए। बिहार को हम सब लोगों को मिलकर आगे बढ़ाना है। नीतीश कुमार ने नाम लिये बगैर इशारों ही इशारों में ही चिराग पासवान पर हमला बोला। कहा, कौन क्या बोल रहा है इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं । रामविलास पासवान से हमारे पुराने संबंध हैं। पता नहीं किसी के मन में क्या है। किसी को अगर कुछ कहने से आनंद आता है, तो बोलता रहे। मुझे इससे कोई मतलब नहीं है। हमलोगों के मन में किसी भी तरह की कोई गलतफहमी नहीं है। एक-एक चीज के बारे में फैसला हो गया है।
उन्होंने कहा कि सीट और कैंडिडेट तय हो चुके हैं। जदयू और भाजपा साथ चुनाव लड़ेंगे और मिलकर सरकार बनाएंगे। न्याय के साथ विकास राजग सरकार का सर्वोपरि लक्ष्य है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जदयू और भाजपा की मदद से ही रामविलास राज्यसभा में गए। हमलोगों ने ही तो उन्हें राज्यसभा भेजा। मगर आज लोग न जाने क्या-क्या कह रहे हैं। वे जल्द स्वस्थ हो जाएं यही कामना है। उन्होंने कहा कि 2006 से हमलोग मिलकर काम कर रहे हैं। एक साथ काम करने का लंबा अनुभव है। हमलोगों का 15वां साल है। इससे पहले जिन लोगों ने काम किया था उस समय बिहार की क्या स्थिति थी, सभी के सामने है। कितने दंगे होते थे सभी को मालूम है। कहीं सड़क नहीं थी। बिजली का क्या हाल था। स्कूल नहीं चल रहे थे। कॉलेज के शिक्षकों को समय पर तनख्वाह नहीं मिलती थी।
नीतीश ने कहा कि कोरोना का जो प्रकोप दुनिया में हुआ है। हमलोगों ने बिहार में इसके लिए बहुत काम किया है। 10 लाख की आबादी पर जितनी जांच बिहार में हुई वह देश के एवरेज से 3 हजार ज्यादा है। यहां मृत्यु दर भी कम है। ठीक होने वालों की संख्या 93 फीसदी से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि मैं प्रवासी शब्द का पक्षधर नहीं हूं। कोई कहीं जाता है तो उसे प्रवासी कहना ठीक नहीं है। बिहार में क्या दूसरे राज्यों के लोग नहीं हैं। केरल या महाराष्ट्र के लोग बिहार में नहीं हैं क्या। बिहार के लोग जो बाहर गए थे, हमने एक-एक से संपर्क किया। 21 लाख लोगों के खाते में एक-एक हजार रुपये की सहायता राशि दी। रेलगाड़ी की सुविधा दी गई। बड़ी संख्या में लोग आये। आनेवालों को एकांतवास केंद्रों में 14 दिनों तक रखा गया। केंद्र सरकार की ओर से बड़ी मदद की गई। प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा से बिहार के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस, भूपेंद्र यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल, प्रेम कुमार और सुशील कुमार मोदी के साथ ही जदयू से अशोक चौधरी, आरसीपी सिंह, वशिष्ठ नारायण सिंह और ललन सिंह मौजूद थे।
तीन चौथाई बहुमत के साथ नीतीश के नेतृत्व में सरकार बनायेंगेः सुशील मोदी
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि हम चुनाव विकास के मुददे पर चुनाव लड़ेंगे। विपक्ष को चुनौति देते हुए उन्होंने कहा कि हिम्मत है तो बिजली, पानी, सड़क और प्रवासियों को मुद्दा बनायें। हमने एक-एक मुद्दे का प्रभावी तरीके से समाधान का प्रयास किया है। हम तीन चौथाई के बहुमत के साथ नीतीश जी के नेतृत्व में सरकार बनायेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार एनडीए में वही रहेगा, जो नीतीश कुमार को एनडीए का नेता स्वीकार करेगा। ज्यादा और कम सीटों से कोई अंतर नहीं पड़ता है। एक बार घोषणा हो गई तो इसके बाद कोई इफ बट नहीं हैं। नीतीश कुमार आज भी मुख्यमंत्री हैं और आगे भी रहेंगे। इसमें कोई कन्फ्यूजन नहीं है। नीतीश के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने एक दर्जन बार स्थिति स्पष्ट कर दी है। उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान बीमार हैं। अगर वह स्वस्थ होते तो ऐसी स्थिति नहीं होती। लोजपा का नाम लिये बगैर उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ी तो हमलोग चुनाव आयोग को लिखकर देंगे कि प्रधानमंत्री के चित्र का इस्तेमाल हमारे गठबंधन के चार दल ही कर सकते हैं। इसके अलावा और कोई करता है तो चुनाव आयोग कार्रवाई करने को स्वतंत्र है।