बिकरू कांड : विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी के तीन भाइयों को हाईकोर्ट से मिली जमानत

कानपुर : उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में साल के जुलाई माह की दो तारीख को चौबेपुर थानाक्षेत्र में बिकरु कांड की जघन्य वारदात की इबारत कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने गैंग के साथ लिखी। अंधाधुंध फायरिंग कर सीओ समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए।
इस बिकरु कांड के बाद कुख्यात का आर्थिक साम्रज्य सम्भाल रहे खजांची जय बाजपेई पर पुलिस का शिकंजा कसा। पुलिस ने खजांची समेत उसके तीन भाइयों को भी गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया था। शनिवार को खजांची के तीनों भाइयों को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। जमानत मिलने से खजांची के परिजनों में राहत पहुची है।
सूबे के सबसे बड़े अपराध की घटना चौबेपुर के बिकरु गांव में बीती दो जुलाई को उस वक्त सामने आई थी जब बिल्हौर सीओ देवेन्द्र मिश्रा तीन थानों की फोर्स के साथ कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने पहुचे थे। जहां विकास ने गिरोह के साथ पुलिस टीम को घेरकर गोलियों की ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना के बाद कुख्यात सहित गिरोह के छह लोगों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। घटना की जांच में विकास दुबे को आर्थिक सहायता पहुचाने में खजांची जय बाजपेई का नाम प्रकाश में आया। पुलिस का शिकंजा कसा और जय को पुलिस ने 19 जुलाई को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया था।
गैंगस्टर एक्ट में फरार भाईयों ने कोर्ट में किया था सरेंडर  
पुलिस ने जय बाजपेई पर शिकंजा कसते हुए उसके खिलाफ थाना बजरिया में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज किया था। इस मुकदमे में जय के साथ दिए जाने के चलते ही उसके तीन भाइयों रजयकांत, अजयकांत और शोभित को भी सह आरोपित बनाया गया। इसके बाद तीनों फरार हो गए।पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए सम्पत्ति कुर्की की कार्यवाही शुरू की। पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट की धारा-14-(1) के तहत जय बाजपेयी व उसके भाइयों की करोड़ों रुपये की संपत्ति की कर्की कर दी। जिसके बाद खजांची जय के तीनों भाइयों ने नाटकीय ढंग से कानपुर की कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। जिसके बाद से तीनों जेल में बंद थे।
हाईकोर्ट ने मंजूर की तीनों भाइयों की जमानत अर्जी 
शनिवार को हुई सुनवाई में जय बाजपेई को छोड़ कर उसके तीनों भाइयों को हाईकोर्ट ने बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने तीनों भाइयों की जमानत अर्जी मंजूर कर ली और गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मुकदमों में जमानत मिल गई। तीनों की जमानत से विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई के परिवार में काफी हद तक राहत मिली है।

 

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