Bihar: पहले बिछाते थे प्रेमजाल, फिर कराते थे जिस्मफरोशी; यूपी-बिहार और झारखंड की नाबालिग लड़कियां बरामद
बिहार के पूर्णिया में पुलिस ने प्रेमजाल में फंसाकर नाबालिग से जिस्मफरोशी का धंधा कराने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने छापेमारी के दौरान 11 नाबालिगों को बरामद किया है जिन्हें बाल सुधार गृह भेजा जाएगा। जिस्मफरोशी के धंधे का संचालन करने वाले 5 गिरोह सरगनाओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस नाबालिगों से पूछताछ कर रही है।
इसके अलावा जिस्मफरोशी के धंधे का संचालन करने वाले पांच गिरोह के सरगनाओं को भी गिरफ्तार किया है। इस संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर 27 महिलाओं और 5 संचालकों को जेल भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।
नाबालिगों को भेजा जा रहा बाल सुधार गृह
वहीं, बरामद 11 नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेजने की तैयारी की जा रही है। पुलिस ने इस छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक सामान भी उनके ठिकाने से बरामद किया है।
जिस्मफरोशी के कारोबार को लेकर जिन लड़कियों को लाया जाता था, उनका फर्जी आधार कार्ड भी नाम बदलकर बना दिया जाता था। पुलिस ने कई फर्जी आधार कार्ड भी इस दौरान जब्त की है।
पुलिस ने जिन जिस्म के सौदागरों को गिरफ्तार किया है। उनमें ऋषभ साह, राजीव साह, सोनू खान के साथ संचालिका बताई जा रही दो महिलाएं गिरफ्तार की गई हैं।
पहले प्रेमजाल में फंसाया जाता था
उनके द्वारा अपने ठिकाने पर प्रेमजाल में फंसाकर लाई गई लड़कियों से जिस्मफरोशी का धंधा कराया जा रहा था।
पुलिस ने इनके ठिकाने से जिन नाबालिग लड़कियों को बरामद किया है वह यूपी के गोरखपुर, झारखंड के कोडरमा, बिहार के लखीसराय, पूर्णिया के धमदाहा, सिवान, छपरा एवं मुज्जफरपुर की रहने वाली हैं। इन सभी को प्रेमजाल में फंसाकर यहां लाकर बेच दिया गया है।
बरामद नाबालिगों ने खोला राज
पुलिस ने बरामद नाबालिगों से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान नाबालिगों ने बताया कि पहले तो उन्हें नाम बदलकर प्रेमजाल में फंसाया गया। जिसके बाद उसे घर से भगाया गया और फिर जिस्मफरोशी के बाजार में लाकर उन्हें बेच दिया गया।
उन्हें जब प्रेम में फंस जाने का अहसास होता है तब तक उनके वहां से निकलने के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं। फिर जिनके हाथों उन्हें बेचा जाता है, उनके द्वारा जिस्मफरोशी के धंधे में धकलेने के लिए बुरी तरह से प्रताड़ित भी किया जाता है।
लोहे के रॉड से करते थे पिटाई
बरामद नाबलिगों ने बताया कि इस दौरान कई दिनों तक उन्हें भूखा-प्यासा कमरों में बंद रखा जाता है और उसके बाद भी इंकार करने पर लोहे के रॉडों से पिटाई की जाती है।
पुलिस ने जिस्म के जिस कारोबारी को गिरफ्तार किया है उसमें ऋषभ के खिलाफ लड़कियों को लाकर बेचने सहित जबरन देह व्यापार कराने के कई मामले दर्ज है।
उसके खिलाफ किशनगंज के कोचाधामन में भी मामला दर्ज है। दर्ज मामले में यह बताया गया था कि प्रेमजाल में फंसाकर लाई गयी लड़की ने देह व्यापार करने के डर से आत्महत्या कर ली थी।
पुलिस ने ऋषभ साह के पास से एक कार बीआर 11 वाई 1704 बरामद किया है। पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि जिस्म के सौदागरों ने इस अवैध कारोबार से अकूत संपत्ति जुटाई है।
अब पुलिस इनकी अर्जित संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर सकती है। जबकि अफताब उर्फ अरुण और बंटी फरार हैं जिसे पुलिस खोज रही है।