बिहार चुनाव भाजपा का घमंड तोड़ेगा: दीपंकर भट्टाचार्य
पटना। दीघा विधानसभा से महागठबंधन समर्थित भाकपा-माले प्रत्याशी शशि यादव के पक्ष में बुधवार को पटना के मां गायत्री आईटीआई, (गेट नंबर 73 के सामने) कुर्जी मेन रोड पटना में नागरिक सम्मेलन का आयोजन हुआ। सम्मेलन में माले कार्यकर्ताओं के साथ ही राजद, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआईएम के जिला अध्यक्षों और सचिवों के अलावा बड़ी संख्या में शहर के बुद्धिजीवियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इस मौके पर दीघा विधानसभा क्षेत्र से इस बार भाजपा-जदयू को खदेड़ बाहर करने और शशि यादव को भारी मतों से विजयी बनाने का संकल्प लिया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि नीतीश कुमार के अनुभव पर बहुत बात होती है, लेकिन सवाल यह है कि उनके अनुभव से बिहार मिला क्या। उन्होंने केवल अपनी कुर्सी बचाने का काम किया। हमने देखा कि 2015 में महागठबंधन में शामिल होकर मुख्यमंत्री की कुर्सी उन्होंने फिर से हासिल की और उसके बाद भाजपा के खिलाफ मिले जनादेश के साथ विश्वासघात करते हुए उसी भाजपा से हाथ मिला लिया। इससे बड़ा विश्वासघात क्या होगा।
उन्होंने कहा कि आज सुशील मोदी कह रहे हैं कि 2020 का जनादेश कुछ भी हो, हम सरकार बना लेंगे. भाजपा के इस घमंड को तोड़ देना है। यह दिखला देना है कि बिहार तानाशाही को कभी स्वीकार नहीं करेगा। यह चुनाव तानाशाही बनाम लोकतंत्र का है। विगत 15 सालों में बिहार ने इसी तानाशाही को झेला है और अब वह इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। कार्यक्रम का संचालन ऐक्टू नेता जितेन्द्र यादव ने किया।