Bihar : विधानसभा चुनाव में हार पर कांग्रेस ने कहा- इन नीतियों के कारण हारी पार्टी,यहाँ पढ़िए
पटना: बिहार (Bihar) में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नीत महागठबंधन के प्रमुख घटक कांग्रेस ने
- इस बार के विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए ड्राइंग रूम पॉलीटिशियन को प्रखंड और जिला अध्यक्ष बनाए जाने को प्रमुख कारण बताया है।
- कांग्रेस के बिहार मामलों के नवनियुक्त प्रभारी भक्त चरण दास ने मंगलवार को यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में चुनाव में मिली हार की समीक्षा की।
चुनाव लड़े सभी प्रत्याशियों से उन्होंने एक-एक कर हार की वजह जाननी चाही।
- साथ ही भविष्य में इस तरह की गलती न हो इसके लिए जानकारी भी ली।
- सुल्तानगंज विधानसभा सीट से प्रत्याशी रहे युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने कहा कि ड्राइंग रूम पॉलीटिशियन को प्रखंड और जिला अध्यक्ष बनाया गया।
- ऐसे लोगों की जनता के बीच कोई पकड़ नहीं थी
- उन्होंने कहा कि न तो प्रखंड कमेटी, न जिला कमेटी और न ही बूथ स्तरीय कमेटी किसी विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय होकर काम कर रही थी।
- इसके अलावा ठीक चुनाव के समय जिला अध्यक्षों के बदले जाने से भी खासा प्रभाव पड़ा।
Bihar : विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार को 10 दिन पहले दिया गया था टिकट
- कुमार ने कहा कि चुनाव में कार्यकर्ताओं को तरजीह देना चाहिए था।
- उम्मीदवार को 10 दिन पहले यह जानकारी मिली थी कि उसे टिकट दिया गया है।
- ऐसे में उम्मीदवार केवल बेचारा बनकर रह गए। उन्होंने इसके लिए कई अन्य कारण भी एक-एक कर बताएं।
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आपको बता दें कि आज यानि कि 12 जनवरी को कांग्रेस पार्टी की नेता प्रियंका गाँधी का जन्मदिवस बड़े ही धूम धाम के साथ मनाया गया. पिछले कुछ सालों में प्रियंका गाँधी ने प्रदेश की राजनीती में बड़ा चेहरा बनकर उभरी हैं.
प्रियंका अक्सर उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था सहित अन्य जनहित के मुद्दों को उठती रहती हैं.
बीते दिन उन्होंने ट्वीट करते हुए. बेरोजगारी का मुद्दा उठाया था.
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि,रेलवे भर्ती बोर्ड की फीस 2013 तक 60 रुपए थी।
भाजपा सरकार ने बढ़ाकर उसे 2016 में 500 रुपए कर दिया।
बेरोजगारों से भर्ती के नाम पर रेलवे भर्ती बोर्ड 900 करोड़ रुपए वसूल चुका है।
लेकिन रोजगार कितना मिला?
युवाओं से जो हर साल 2 करोड़ रोजगार का वादा किया गया था वो कितना पूरा हुआ?