डीएस पटवालिया नहीं अनमोल रतन सिद्धू हो सकते हैं पंजाब के नए एडवोकेट जनरल, विरोध के बाद बदला गया फैसला
सिद्धू ग्रुप को बड़ा झटका
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह चरणजीत चन्नी के CM बनने के बाद नवजोत सिद्धू ग्रुप को बड़ा झटका लगा है। सिद्धू ग्रुप ने दीपइंदर सिंह पटवालिया को पंजाब का एडवोकेट जनरल बनाने की सिफारिश की थी। उनके नाम को लेकर फैसला भी हो चुका था। हालांकि बाद में इसको लेकर विरोध हो गया। जिसके बाद फाइल CM ऑफिस में ही रोक दी गई। इसे मंजूरी के लिए गवर्नर को नहीं भेजा गया। अब खबर आ रही है कि अनमोल रतन सिद्धू पंजाब के नए एडवोकेट जनरल होंगे। हालांकि इस बारे में अभी कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई है।
कैप्टन के कुर्सी छोड़ते ही अतुल नंदा ने दिया इस्तीफा
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के CM की कुर्सी छोड़ते ही एडवोकेट अतुल नंदा ने भी एडवोकेट जनरल पद से इस्तीफा दे दिया था। वह नशा व बेअदबी मामले में सही ढंग से पैरवी न करने को लेकर सिद्धू ग्रुप के निशाने पर रहे। खासकर, पूर्व DGP सुमेध सैनी के मामले में तो मौजूदा डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा ने सवाल उठाए थे।
पहले एडवोकेट डीएस पटवालिया का नाम सामने आया था।
पटवालिया के साथ अनमोल रतन का नाम था शामिल
पहले हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट दीपइंदर सिंह पटवालिया का नाम सामने आया था। उस वक्त इस रेस में अनमोल रतन सिंह सिद्धू, अनुपम गुप्ता व आरएस चीमा का नाम शामिल था। पटवालिया को सिविल, क्रिमिनल, एजुकेशन और सर्विस लॉ का एक्सपर्ट माना जाता है। उनकी गिनती तेजतर्रार वकीलों में होती है।
DGP दिनकर के खिलाफ मुस्तफा के वकील रहे, रंधावा ने किया विरोध
सीनियोरिटी को नजरअंदाज कर जब दिनकर गुप्ता को DGP लगाया गया तो मुहम्मद मुस्तफा कोर्ट चले गए थे। जिसके बाद एडवोकेट डीएस पटवालिया ने ही उनकी पैरवी की थी। पटवालिया को नया AG न बनाने का कोई ठोस कारण तो सामने नहीं आया, लेकिन सूत्रों के मुताबिक डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा ने इसका विरोध किया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने यह फैसला बदला है।