दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला- कोरोना मरीजों के लिए MBBS स्टूडेंट्स से सेवा लेगा अस्पताल
नई दिल्ली : कोरोना वायरस (CoronaVirus) के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने MBBS स्टूडेंट्स और डेंटिस्टों को भी कोरोना मरीजों के इलाज के लिए सभी अस्पतालों को अधिकृत किया है। बताया जा रहा है कि तय मानदेय पर MBBS के चतुर्थ एवं पंचम वर्ष की पढ़ाई कर रहे छात्रों और इंटर्न की सेवाएं ली जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी 18 नवंबर की तारीख वाले आदेश में अस्पतालों को यह अनुमति दी गई है। प्रशासन ने अस्पतालों को यह अनुमति उस वक्त दी है जब कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण उन पर दबाव बढ़ गया है। इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
Delhi CM Arvind Kejriwal gives orders for MBBS students & dentists to be allowed to assist in hospitals & COVID ICUs to meet manpower shortage. Delhi govt hospitals can now engage 4th and 5th-year MBBS students and dentists to assist doctors in the treatment of #COVID19 patients. pic.twitter.com/N67MDAhlYE
— ANI (@ANI) November 23, 2020
प्रशासन के आदेश के मुताबिक, कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए दिल्ली सरकार के निर्दिष्ट सभी अस्पतालों को अनुमति दी गई है वे ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों के सहयोग के लिए एबीबीएस की चतुर्थ एवं पंचम वर्ष की पढ़ाई कर रहे छात्रों, इंटर्न और बीडीएस चिकित्सकों की सेवा ले सकते हैं।
इसके बदले इन छात्रों को आठ घंटे की ड्यूटी के लिए रोजाना 1000 रुपये और 12 घंटे की ड्यूटी के लिए 2000 रुपये की मानदेय राशि दी जाएगी। आदेश में कहा गया है कि इंटर्न को मिलने वाली यह राशि उनके मानदेय के अतिरिक्त होगी।
राजधानी में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण लगातार लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। दिल्ली सरकार (Delhi Government) के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, रविवार को दिल्ली (Delhi) में 6,746 नए कोरोना के मामले दर्ज हुए हैं। इसके साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 5,29,863 हो गई है। वहीं एक दिन में 121 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। जबकि 6,154 मरीज ठीक होकर घर लौट गए हैं।