Bhopal : शिवराज का कमलनाथ पर तंज, “हम किसी को सन्यास नहीं दिलवाएंगे”
भोपाल : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के राजनीति से आराम वाले बयान पर सियासत तेज हो गई है। मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने चुटकी लेते हुए कहा है कि हम किसी को संन्यास नहीं दिलवाएंगे। ये उनकी मर्जी है कि घर बैठना है कि संन्यास लेना है। हमारी तरफ से तो उनको शुभकामनाएं।
दरअसल कमलनाथ ने सोमवार को छिंदवाड़ा के सौंसर में कहा था कि उन्होंने बहुत काम कर लिया, पार्टी ने उन्हें सबकुछ दिया। अब वे भी आराम करना चाहते हैं। कमलनाथ के इसी बायन पर जुबानी जंग तेज हो गई है।
सीएम शिवराज ने कहा कि कमलनाथ संन्यास लेना चाहते है या नहीं, इसका जवाब वे ही दे सकते हैं। लड़ाई उनके घर में चल रही है इसलिए उन्हें संन्यास लेना है या समाधान निकालना है, यह कमलनाथ को ही तय करना है। लेकिन हम किसी को भी संन्यास नहीं दिलवाने जा रहे। सीएम शिवराज ने कहा कि कमलनाथ को वे अपनी तरफ से शुभकामनाएं ही दे सकते हैं। कांग्रेस के नेता ही एक- दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। ये लड़ाई कांग्रेस की अपनी लड़ाई है, इसमें किसी का कोई लेना-देना नहीं है।
कमलनाथ ने यह दिया था बयान
दरअसल, इन दिनों कमलनाथ छिंदवाड़ा जिले के दौरे पर है। सोमवार को जनता से संवाद में कमलनाथ ने कहा था कि मेरा आपसे राजनीति का नहीं आत्मीयता का रिश्ता है। मुझे आपके बीच 40 वर्ष के कऱीब हो गये। उन्हें कांग्रेस पार्टी ने बहुत कुछ दिया है और वे कई पदों पर रह चुके हैं। अगला समय नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव का है। मुझे पूरा प्रदेश देखना है, मैं छिन्दवाड़ा को ज़्यादा समय नहीं दे पाऊँगा, यहाँ का चुनाव आपको लड़ना है, आपको आराम नहीं करना है। छिन्दवाड़ा की जनता जब कहेगी तो मैं भी उस समय आराम करने चला जाऊँगा, संन्यास ले लूँगा।
सभा के दौरान जनता ने संन्यास के बयान पर लोगों ने नहीं-नहीं के नारे लगाए। लेकिन कमलनाथ के इस बयान को उनके रिटायरमेंट से जोड़कर देखा जाने लगा है। जिससे प्रदेश की सियासत में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।