भोपाल : कमलनाथ के बयान पर नरोत्तम का पलटवार, राहुल की ट्रैक्टर सवारी पर ली चुटकी
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ इन दिनों उपचुनाव को लेकर खूब प्रचार प्रसार कर रहे हैं। इस दौरान जनसभाओं में वे सीएम शिवराज पर जमकर निशाना साध रहे हैं और कह रहे हैं कि शिवराज जेब में दो नारियल लेकर चलते हैं और जहां मौका मिलता है नारियल फोड़ कर घोषणा कर देते हैं। कमलनाथ के इस बयान पर गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है, साथ ही राहुल गांधी की ट्रैक्टर सवारी को लेकर भी उन्होंने चुटकी ली है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कमलनाथ पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि कमलनाथ जी को नारियल और हवन-पूजन सामग्री से इतना परहेज क्यों है। क्या उन्हें नहीं मालूम कि इससे असुरी शक्तियां दूर होती हैं। हम भारतीय संस्कृति के उपासक हैं और हमें इसका अनुसरण करने में कोई परहेज नहीं है। इसके अलावा कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ जी जनता के बीच 15 महीने की सरकार की उपलब्धियां क्यों नहीं बताते। आएंगे फिर कर देंगे क्यों कह रहे हैं, इसके पहले क्या किए हैं, संभावनाओं और कल्पना के ऊपर जी क्यों रहे हैं। उन्हें क्यों कहना पड़ रहा है कि यदि दोबारा कांग्रेस सरकार बनी तो अधूरे वादे पूरे करेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो कहा है, पूरा किया है। किसानों के कल्याण के लिए जितना काम भाजपा ने किया है उतना किसी ने नहीं किया। हम जा रहे हैं तो बता रहे हैं हमने 0 प्रतिशत ब्याज पर दिया एक रुपये किलो चावल दिया, गेहूं दिया। हमने किसान के लिए खेती को लाभ का धंधा बनाया, विद्युत की अलग से लाइन दी गई। किसान के लिए खेती को लाभ पहुंचाने के लिए अलग से विधानसभा में बजट किया गया और यह सब सिर्फ और सिर्फ मध्यप्रदेश में हुआ।
राहुल गांधी पर साधा निशाना
इस दौरान गृह मंत्री मिश्रा ने पंजाब में राहुल गांधी द्वारा ट्रैक्टर पर किसान अध्यादेश के विरोध को लेकर कहा कि पहली बार लग्जरी सोफा, लग्जरी जूते, लग्जरी जैकेट और बिसलेरी की बोतल रखकर कोई किसान निकला है। न जानता है, न मानता है कि आलू खेत में पैदा होती है या पेड़ में। ऐसा व्यक्ति किसान का नेतृत्व कर रहा है, इसके बारे में क्या कहें हंसी ही आती। कांग्रेस द्वारा किसान अध्यादेश का विरोध किए जाने पर उन्होंने कहा कि इन्हें किसानों से कोई लेना-देना नहीं ये सिर्फ राजनैतिक लाभ के लिए विरोध कर रहे हैं।