भोपाल : जीतू का आरोप, लोकतंत्र की हत्या करने वाली पार्टी ने पुलिस को बनाया गुंडा
भोपाल। मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रविंद्र सिंह भिड़ोसा के भाई के साथ पुलिस द्वारा की गई बर्बरतापूर्ण पिटाई पर राजनीति तेज हो गई है। पूर्व मंत्री और कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने घटना की निंदा करते हुए, इसे लोकतंत्र की हत्या करने वालों की तानाशाही बताई है। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या कर पीछे के रास्ते से सत्ता में आई भाजपा ने पुलिस वाले गुंडे पाल रखे है। जो आम आदमी को परेशान करने सच की आवाज उठाने वालों की आवाज दबाने का काम करते है।
जीतू पटवारी ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 15 सालों में देश और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा ने मध्य प्रदेश में माफिया और गुंडे पाले है। जो चुनाव आयोग में शिकायत करने पर पहले तो बर्बरतापूर्ण पिटाई और गुंडागिरी कर लोकतंत्र का गला घोटकर आवाज दबाने की कोशिश करते है। थाना प्रभारी के चार पहिया वाहन से मिले अवैध हथियारों से तो यही साबित होता है कि पिछले 15 सालों के भाजपा राज में पुलिस किस तरह रक्षक की जगह भक्षक बनकर गुंडाराज फैलाए हुए थी। जो पिछले 6 महीनों से एक बार फिर देखने को मिल रहा है।
उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि पुलिस और माफिया के गठजोड़ को कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने तोडक़र आम जन के लिए प्रदेश को एक बार फिर शांति का टापू बनाया था। जिसे पिछले 6 महीने में 15 साल से चले आ रहे माफिया और गुंडाराज में तब्दील कर दिया है। यही कारण है कि चुनाव के समय चुनाव आयोग में शिकायत करने पर पुलिस इस तरह की गुंडागर्दी कर बर्बरतापूर्वक चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी के भाई के साथ मारपीट करती है।
जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश में माफिया तो बेख़ौफ़ है। उज्जैन में जहरीली शराब का कारोबार करने वाले माफिया ने कई लोगों की जान ले ली, लेकिन कार्यवाही सिर्फ थाना प्रभारी के निलंबन तक ही सीमित है। पुलिस और माफिया का गठजोड़ जिसे कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने खत्म करने का काम किया था वह फिर से पनपने लगा है। यही कारण है कि मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा में उप चुनाव के दौरान प्रत्याशी के भाई के साथ पुलिस बर्बरतापूर्ण मारपीट करती है तो दूसरी ओर उज्जैन में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है।
उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि यह पुलिस का माफिया के साथ गठजोड़ नहीं तो क्या है। क्या पुलिस थाना क्षेत्र में चल रही अवैध गतिविधियों पर नजऱ नहीं रख पा रही या सत्ता संरक्षण के चलते अक्षम हो गई है। अगर प्रदेश के गृह मंत्री से पुलिस महकमा नहीं सम्हल रहा तो उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। “देश भक्ति जन सेवा” के मूल मंत्र को भूलकर पुलिस विभाग माफिया के संरक्षण और भाजपा की चाकरी में लगा है। यह लोकतंत्र की हत्या कर तानाशाही के तरफ बढऩे जैसा है। जिसकी कांग्रेस पार्टी पुरजोर निंदा करती है।