इंग्लैंड दौरे से पहले कपिल देव ने दी ऋषभ पंत को खास सलाह
नई दिल्ली. पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) भारत और क्रिकेट खेलने वाले देशों में सबसे सम्मानित खिलाड़ियों में से एक हैं. पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर के विचारों का युवा क्रिकेटरों और जनता द्वारा समान रूप से सम्मान किया जाता है. उन्हें अक्सर टीवी और सोशल मीडिया पर कई अन्य विशेषज्ञों के साथ क्रिकेट पर चर्चा करते देखा जाता है. कपिल देव अपने सीधे-सादे और बेबाक अंदाज के लिए मशहूर हैं, जो एक से बढ़कर एक तरीकों से असरदार साबित होते हैं. हाल ही में इस 61 वर्षीय खिलाड़ी ने विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) पर अपने विचार साझा किए, जो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ भारत की टेस्ट सीरीज में जीत के सूत्रधार बने थे.
ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलियाई दौरे से ही शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. इस शानदार बल्लेबाज ने पहले ब्रिस्बेन में नाबाद 89 रनों की शानदार पारी खेली और फिर 100 रन बनाकर भारत की टेस्ट टीम के विकेटकीपिंग स्पॉट को अपना बना लिया. हालांकि, कपिल देव को लगता है कि ऋषभ पंत को थोड़ा धीमा होने की जरूरत है. उन्हें भारत के इंग्लैंड दौरे पर आक्रामकता के साथ सावधानी बरतने की जरूरत है. इससे उन्हें लंबे समय तक बल्लेबाजी करने में मदद मिलेगी.
कपिल देव ने उनकी समान बल्लेबाजी शैली के आधार पर उनकी तुलना रोहित शर्मा से भी की है. मिड डे को दिए इंटरव्यू में कपिल देव ने कहा, ”टीम में आने के बाद से अब वह काफी परिपक्व क्रिकेटर नजर आ रहे हैं. ऐसा लगता है कि उनके पास अपने शॉट खेलने के लिए कहीं अधिक समय है और जाहिर है कि उनके स्ट्रोक की रेंज कमाल की है. लेकिन इंग्लैंड चुनौतीपूर्ण होगा. उन्हें बीच में अधिक समय बिताना चाहिए और हर गेंद को हिट करने के लिए नहीं देखना चाहिए. हम रोहित शर्मा के बारे में भी यही कहते थे, जिनके पास बहुत सारे शॉट्स हैं.”
कपिल देव ने यह भी कहा कि ऋषभ पंत भारत के मैच विजेता हैं. ऐसे में उन्हें अपने आक्रामक स्ट्रोक-प्ले के साथ गेंदबाजों को हिट करने से पहले अपनी नजरें लगाने पर अधिक ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा, ”यही अब ऋषभ पंत के साथ है. वह एक रोमांचक खिलाड़ी है और बहुत मूल्यवान भी. मैं उसे केवल इतना कहूंगा कि अपने शॉट्स की रेंज को सामने लाने से पहले समय निकालें. इंग्लैंड मुश्किल है.”
कपिल ने यह भी कहा कि वह क्रिकेट के लंबे प्रारूप से प्यार करते हैं. वह हमेशा अन्य दो प्रारूपों की तुलना में लाल गेंद वाले क्रिकेट को देखने के लिए तत्पर रहते हैं. उन्होंने कहा, ”बेशक, मैं टेस्ट क्रिकेट का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं. मुझे पूरे दिन का खेल देखना अच्छा लगता है. अगर काम मुझे टीवी से दूर रखता है, तो मैं हाइलाइट्स देखता हूं. मैं जितना ज्यादा देख सकता हूं, हमेशा उतना देखता हूं. टेस्ट क्रिकेट जैसा कुछ नहीं है.”