वायुसेना दिवस पर युद्धक विमान करेंगे शानदार प्रदर्शन
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना 8 अक्टूबर को अपनी 88वीं वर्षगांठ पूरे गर्व से मनाएगी। इस अवसर पर हिंडन (गाजियाबाद) स्थित वायु सैनिक अड्डे पर वायुसेना दिवस परेड एवं अलंकरण समारोह का आयोजन किया जाएगा जिसमें वायुसेना के विभिन्न युद्धक विमान रोमांचकारी करतबों का प्रदर्शन करेंगे। इसके लिए गुरुवार से अभ्यास शुरू हो चुका है। प्रदर्शन के दौरान उड़ान भरने वाले विमानों को सबसे गंभीर खतरा पक्षियों से होता है, इसलिए वायुसेना ने दिल्ली, गाजियाबाद और इसके आसपास के इलाकों में रहने वाले नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे खाने-पीने की चीजें और कचरा खुले में न फेंके ताकि विमान, पायलट और जमीन पर रह रहे लोग सुरक्षित रह सकें।
वायुसेना प्रवक्ता के अनुसार वायुसेना दिवस पर होने वाली परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल 06 अक्टूबर को एयरफोर्स स्टेशन हिंडन में होगी। वायुसेना दिवस पर 08 अक्टूबर को सुबह आठ बजे वायुसेना के विमानों का प्रदर्शन शुरू होगा। सबसे पहले आकाशगंगा टीम के छाताधारी सैनिक राष्ट्रीय ध्वज लेकर अपनी रंग-बिरंगी छतरियों के साथ एएन-32 विमानों से खुले आकाश में स्काई डायविंग से करेंगे। इस अवसर पर होने वाले फ्लाई पास्ट में पुराने विमान, आधुनिक परिवहन विमान और अग्रिम पंक्ति के युद्धक विमान शामिल होंगे। समारोह का अंत 10.52 पर विमानों द्वारा किए जाने वाले रोमांचकारी करतबों से होगा। इस दौरान हिंडन स्थित वायु सैनिक अड्डे के आसपास वजीरपुर पुल, करावल नगर, अफज़लपुर-हिंडन, शामली-जिवाना-चांदी नगर-हिंडन, हापुड़-पिलखुआ-गाजियाबाद- हिंडन इलाकों के ऊपर से यह विमान नीची उड़ानें भरेंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि नीची उड़ान भरते समय विमानों को सबसे ज्यादा खतरा पक्षियों से होता है। खाने-पीने की चीजें खुले में फेंकने से पक्षी आकर्षित होते हैं। इसलिए भारतीय वायुसेना दिल्ली, गाजियाबाद और इसके आसपास के इलाकों में रहने वाले नागरिकों से अनुरोध करती है कि वे खाने-पीने की चीजें और कचरा खुले में न फेंके। इसके अलावा अगर वे खुले में पड़ा कोई शव/मृत पशु देखें तो वे इस मामले की जानकारी निकटवर्ती वायुसेना यूनिट/पुलिस स्टेशन को दें ताकि इसके निष्पादन की व्यवस्था की जा सके। इसके साथ ही मोबाइल नम्बर 9559 8989 64 पर फोन कॉल/एसएमएस कर बर्ड हेजा़र्ड कॉम्बैट टीम (बीएचसीटी) के ऑफिसर इंजार्च को सूचित करें। यह सुनिश्चित कीजिए कि विमान, पायलट और जमीन पर रह रहे लोग सुरक्षित रहें।