तेलंगाना एक्सप्रेस में मिला हथियारों से भरा बैग
झाँसी में ट्रेन के जनरल कोच में लावारिस बैगों के अंदर बंदूकें व कारतूसों के मिलने से रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया। बंदूकों व कारतूस मिलने से तमाम तरह की चर्चाओं ने बाजार गर्म कर दिया। इन हथियारों का कश्मीर कनेक्शन मिलने से मामला गम्भीर हो गया। हालांकि बाद में बैग में मिले सिक्योरिटी कंपनी के कार्ड व शस्त्र लाइसेंस से रेलवे पुलिस और आरपीएफ ने राहत की सास ली। इस मामले में रेलवे पुलिस ने दो नामजद और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। वही, एसपी रेलवे के निर्देश पर हैदराबाद और जम्मू कश्मीर की राजौरी पुलिस से संपर्क स्थापित किया जा रहा है। इस मामले में जांच शुरु हो गई है।
तेलंगाना एक्सप्रेस के जनरल कोच से दो लावारिस बैग सीट के नीचे रखे पाय गए। कोच से बाहर निकालकर बैग को खोला गया तो उसके अंदर बंदूक व कारतूस दिखाई दिए। इसकी जानकारी दोनों फोर्स के स्टॉफ ने अफसरों को दी। इसके बाद दोनों बैगों को जीआरपी थाना लाया गया। यहां दोनों बैगों को खोलकर असलहों को चेक किया। एक बैग में तीन स्माल बट सिंगल बैरल तथा दो बड़े सिंगल बैरल गन मिली। साथ में 12 बोर के 23 कारतूस जिसमें 22 कारतूस जिंदा व एक कारतूस खोखा है। सभी असलहा नंबरी है। बैग में सिक्योरिटी कंपनी के दो कार्ड मिले। कार्डों की जांच की गई। पता चला कि यह कार्ड हैदराबाद में खुली यूनिवर्सल सिक्योरिटी सर्विस के हैं। रेलवे पुलिस के मुताबिक एक कार्ड पर मोहम्मद रफीक पुत्र मुस्ताक खान निवासी बारोवी पुलिस स्टेशन धर्मशाला जिला राजौरी जम्मू एंड कश्मीर व दूसरे कार्ड पर माजिद पुत्र सैय्यद बिन मोहम्मद निवासी जमाला पोस्ट जमाला जिला राजोरी जम्मू एंड कश्मीर लिखा हुआ था। इस मामले में जीआरपी पुलिस ने नामजद अभियुक्तों के खिलाफ दफा 30 शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।
बैग के अंदर सिक्योरिटी कंपनी के दो कार्ड मिले हैं। इस आधार पर हैदराबाद पुलिस व राजौरी पुलिस से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। शस्त्रों का दुरुपयोग करने पर जीआरपी झाँसी ने मुकदमा दर्ज किया है। इन असलहों के लाइसेंस 25 जुलाई 2017 को डोडा डीएम ने जारी किए थे। इन पर डीएम डोडा के हस्ताक्षर भी है। इस मामले में रेलवे पुलिस डोडा पुलिस अफसरों से संपर्क स्थापित करने का प्रयास कर रही है।