कश्मीर फैसले पर जेएनयू में निकला एवीबीपी का मार्च, देखते रहे “आज़ादी” वाले
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर पर लिए गए ऐतिहासिक निर्णय के बाद पूरे देशभर से लेकर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भी जश्न का माहौल रहा। एबीवीपी की जेएनयू इकाई ने गंगा ढाबा से चंद्रभागा हॉस्टल तक एक “एकता और अखण्डता यात्रा” निकाली। उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए एबीवीपी के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री श्रीनिवास ने कहा कि “अभाविप मोदी सरकार के इस साहसिक कदम का स्वागत करती है। लगता है कि आज भारत को फिर से एक दूसरा पटेल मिल गया |
उन्होंने कहा कि एक विधान, एक निशान और एक प्रधान के जिन सपनों को साकार करने के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी आजीवन संघर्षरत रहे, आज वो साकार हो गए। आज देश की वास्तविक आज़ादी का अनुभव हो रहा है। यह भारतीय लोकतंत्र की विजय है, जिसे देश की जनता उत्सव मना रही हैं।
इकाई अध्यक्ष दुर्गेश कुमार ने कहा कि आज स्वर्ग में श्यामा प्रसाद जी की आत्मा प्रसन्न हो रही होगी। 370 को हटाकर ही पटेल,अम्बेडकर, कलाम और अटल जी के सपनोँ के अखंड भारत की संकल्पना को सच करना है। आज का दिन कश्मीर के वाल्मीकि समाज, वहाँ की महिलाओं और अनुसूचित जातियों-जन जातियों को समर्पित है। जिनके साथ 370 के नाम पर आज तक भेदभाव किया जाता रहा। विद्यार्थी परिषद ने 370 के खिलाफ जो मुहिम छेड़ी थी, आज उसकी शानदार विजय का पल भी है। ये पल अकल्पनीय और अविष्मरणीय है।