लखनऊ : पुजारी की बेटियों ने लोकभवन के सामने किया आत्मदाह का प्रयास
लखनऊ। प्रधानपति की प्रताड़ना से आहत होकर गुरुवार की दोपहर को पुजारी की दो बेटियों ने लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। महिला पुलिस कर्मियों ने युवतियों को काबू में करते हुए पुलिस चौकी लायी।
पूछताछ पर पीड़ित युवतियों ने बताया कि वह काकोरी के ग्राम पंचायत बड़ागांव के मजरा गदाई खेड़ा निवासी है। उनके पिता भगवान दीन लोधी ने दौली खेड़ा में ग्राम समाज की जमीन पर करीब सात वर्ष पूर्व मंदिर का निर्माण कराया था। इसके बाद वह मन्दिर में पूजा पाठ करता था। पूरे गांव में झण्डेश्वर मन्दिर का नाम प्रसिद्ध हो गया था। काफी लोग मन्दिर में पूजा अर्चना करने आते थे। बताया जा रहा है कि इसी जमीन के पास ग्राम समाज को और भी जमीन पड़ी थी। खाली पड़ी जमीन ग्राम प्रधानपति देश राज व उनके बेटों ने ब्लॉक अधिकारियों से मिलकर सामुदायिक शौचालय कर निर्माण का प्रस्ताव कर दिया।
जमीन पर कब्जे के लिए ग्राम प्रधानपति व ब्लॉक अधिकारी मौके पर पहुंचे जिसका विरोध उनके पिता भगवान दीन ने किया। लेकिन आलाधिकारियों ने डांट डपटकर भागा दिया था। अगले ही दिन पुजारी ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। परजिनों के मुताबिक सुसाइड नोट भी मिला था। मृतक के बेटी सीता ने ग्राम प्रधानपति ,उनके बेटों व ब्लॉक के बीडीओ, सचिव व लेखपाल पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी।
पीड़ित युवतियों ने आरोप लगाया कि पुलिस उनका साथ नहीं दे रही है। आरोपित उनको लगातार परेशान कर रहे हैं और सुलह समझौते के लिए दबाव डाल रहे हैं और ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। ग्राम प्रधानपति अपने पुत्रों व अन्य लोगों के साथ मिलकर उनके पिता की फसल में जहरीली दवाई डालकर नष्ट कर दी, इसी वजह से आज वह आत्मदाह करने पहुंची थी।
पीड़ित बेटियों ने सरकार से मांग की है कि उनके भरण पोषण के लिए 25 लाख की सहायता राशि तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही आरोपितों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाये।