“धार्मिक संपत्तियों पर हमले निंदनीय”: Foreign Secretary विक्रम मिश्री का बांग्लादेशी समकक्ष से वार्ता के बाद बयान
Foreign सचिव विक्रम मिश्री ने सोमवार को बांग्लादेश के समकक्ष के साथ पहली व्यक्तिगत बैठक की। यह बैठक शेख हसीना की सरकार
भारत के Foreign सचिव विक्रम मिश्री ने सोमवार को बांग्लादेश के समकक्ष के साथ पहली व्यक्तिगत बैठक की। यह बैठक शेख हसीना की सरकार के गद्दी से हटने के बाद दोनों देशों के बीच पहली ऑफिशियल मुलाकात थी। हाल के महीनों में भारत और बांग्लादेश के रिश्ते तनावपूर्ण हुए हैं, खासकर धार्मिक अल्पसंख्यकों पर होनेवाले हमलों के कारण। इस बैठक में दोनों देशों के नेताओं ने हाल की घटनाओं पर चर्चा की और भारत की चिंताओं को साझा किया, जिसमें धार्मिक और सांस्कृतिक संपत्तियों पर हमलों का मुद्दा भी उठाया गया।
भारत की चिंताएँ
Foreign सचिव विक्रम मिश्री ने बताया कि उन्होंने बांग्लादेशी अधिकारियों के सामने भारतीय सरकार की चिंताएँ रखी हैं, विशेष रूप से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके कल्याण को लेकर। उन्होंने कहा कि “हमने हाल की घटनाओं पर चर्चा की और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर हमारी चिंताओं को जाहिर किया।” मिश्री ने यह भी कहा कि धार्मिक और सांस्कृतिक संपत्तियों पर हमलों की घटनाएँ अत्यंत खेदजनक हैं और यह दोनों देशों के लिए चिंता का विषय हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक संपत्तियों पर हमले
बैठक में भारत ने बांग्लादेश में हाल के महीनों में धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनकी संपत्तियों पर हुए हमलों की निंदा की। Foreign सचिव ने कहा कि ऐसे हमले न केवल धार्मिक धैर्य और सहिष्णुता के खिलाफ हैं, बल्कि इनसे दोनों देशों के बीच रिश्ते भी प्रभावित होते हैं। भारत ने बांग्लादेश से अपेक्षाएं जताई हैं कि इन हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
भारत-बांग्लादेश संबंधों में तनाव
भारत और बांग्लादेश के रिश्ते पिछले कुछ समय में खराब हुए हैं, और खासकर अल्पसंख्यकों पर होनेवाले हमलों की खबरों के बाद ये और भी तनावपूर्ण हो गए हैं। बांग्लादेश में हालिया घटनाएँ जैसे कि मंदिरों और धार्मिक स्थलें पर हमले, भारत के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गए हैं। हालांकि दोनों देशों के बीच व्यापार, सांस्कृतिक और रणनीतिक रिश्ते मजबूत रहे हैं, लेकिन इन घटनाओं ने पारस्परिक विश्वास को हानि पहुँचाई है।
मुख्य सलाहकार से मुलाकात की योजना
विक्रम मिश्री की बांग्लादेश यात्रा के दौरान, वह बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद युनुस से भी मिलने वाले हैं। इस बैठक में, दोनों देशों के बीच विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है, जिनमें सुरक्षा, आर्थिक संबंध और अल्पसंख्यकों की स्थिति शामिल हैं। यह मुलाकात भारत-बांग्लादेश संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
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भारत और बांग्लादेश के बीच हाल के महीनों में तनाव बढ़ा है, विशेष रूप से धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के मामलों को लेकर। Foreign सचिव विक्रम मिश्री की बांग्लादेश यात्रा और उनके द्वारा की गई बातचीत दोनों देशों के बीच बेहतर समझ और सहयोग के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। भारत ने बांग्लादेश से धार्मिक और सांस्कृतिक संपत्तियों की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंताएँ व्यक्त की हैं, और उम्मीद है कि इन मुद्दों पर जल्द ही सकारात्मक कदम उठाए जाएंगे।