ATS ने महाराजगंज से दो संदिग्धों को उठाया, मुर्तजा से है कनेक्शन
दोनों संदिग्धों को भी हिरासत में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ
लखनऊ. गोरखनाथ मंदिर के हमलावर मुर्तजा अब्बासी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई रहस्य खुल रहे हैं. एटीएस की जांच में पता चला है कि मुर्तजा ने सिद्धार्थनगर के अलीगढ़वा बॉर्डर से नेपाल मैं प्रवेश किया था और नेपाल से वापस आने के बाद अलीगढ़वा में ही वह हथियार खरीदा था, जिससे गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर उसने हमला किया था. साथ ही एटीएस की टीम ने महाराजगंज से दो संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
बता दे कि फॉरेंसिक एक्सपर्ट मुर्तजा के लैपटॉप और मोबाइल को रिकवर करने में जुटी हुई है. उसके लैपटॉप में सारा डाटा डिलीट था. अब सुरक्षा एजेंसियों की कोशिश है कि उसे रिकवर कर जल्द से जल्द इस पूरे घटनाक्रम को खोला जाए. सुरक्षा एजेंसियां इस एंगल पर भी काम कर रही हैं कि गोरखनाथ मंदिर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हुआ हमला लोन वुल्फ अटैक था या फिर इसके पीछे कोई बड़ी गहरी साजिश थी. मुर्तजा के साथ और कौन-कौन लोग हैं, इसको भी जांच एजेंसिया खंगाल रही हैं. अभी तक जो बातें सामने आ रही हैं, उसके अनुसार मुर्तजा जाकिर नाईक के वीडियो देखा करता था और उससे प्रेरित नजर आ रहा है.
11 अप्रैल तक की पुलिस कस्टडी में
जानकारी के मुताबिक, आरोपी के कई जगहों से संबंध सामने आ रहे हैं ,इसलिए तमाम तथ्यों को परखने के लिए उसे 14 दिन के लिए पुलिस की कस्टडी रिमांड में मांगा गया था. पुलिस की इस अर्जी पर कोर्ट ने सात दिन के लिए मुर्तजा को कस्टडी में देने का आदेश दिया है. वह आज (4 अप्रैल) की शाम 8 बजे से 11 अप्रैल की दोपहर 2 बजे तक पुलिस की कस्टडी में रहेगा. इसके साथ पुलिस की पूछताछ के रास्ते खुल गए हैं. वहीं, हमले को लेकर कई राज खुलने की उम्मीद है, क्योंकि यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और एसीएस होम अवनीश अवस्थी पहले की कह चुके हैं कि यह आतंकी हमला हो सकता है. इसके साथ दोनों ने इसके पीछे बड़ी साजिश होने की भी संभावना जताई है.