रात 3:00 बजे जब ट्रैक्टरों की आवाज हुई तेज, योगी प्रशासन की उड़ गई नींद !
जब मैं इस खबर को लिख रहा हूं तो रात के समय 3:48 हो रहे हैं और पश्चिम उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई जनपदों से ट्रैक्टरों की आवाजें प्रशासन की कानों तक पहुंचना शुरू हो गई है, यू तो मेरे पास कोई ऐसा मापदंड नहीं है कि मैं ट्रैक्टरों की संख्या गिन सकूं मगर न्यूज़ नशा के जो रिपोर्टर अलग-अलग जनपदों में मौजूद हैं चाहे वह मुजफ्फरनगर हो बागपत हो मेरठ हो शामली हो हाथरस हो सहारनपुर हो मथुरा हो अलीगढ़ हो गाजियाबाद या हरियाणा के कुछ क्षेत्र जहां से रात 3:00 बजे तक लगातार ट्रैक्टरों के जत्थे की निकलने की खबर आ रही है।
इन तमाम जिलों से अभी तक की जानकारी के अनुसार बड़ी संख्या में ट्रैक्टरों का काफिला एक बार फिर से उत्तर प्रदेश दिल्ली स्थित गाजीपुर बॉर्डर पहुंच रहा है, मुजफ्फरनगर शामली और हाथरस के रिपोर्टरों की रिपोर्ट के अनुसार ट्रैक्टर पर बैठे हुए किसानों के अंदर गुस्सा काफी दिखाई दे रहा है, वह उत्तर प्रदेश की मौजूदा योगी सरकार और केंद्र में मोदी सरकार से नाराजगी साफ व्यक्त कर रहे हैं।
किसानों का कहना है कि बीजेपी के लोग मिलकर आंदोलन को खत्म करना चाहते हैं और उन्हीं के द्वारा आंदोलन को भटकाने की कोशिश की गई है इसके साथ साथ उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि राकेश टिकैत साथ में अन्य किसान नेता के ऊपर लगातार बीजेपी के बड़े नेताओं के द्वारा दबाव डालने की कोशिश की जा रही है।
मुजफ्फरनगर के किसान नेताओं का कहना है कि राकेश टिकट की आंख से जो आंसू गिरा है वह आंसू बताता है कि किसान अपनी जमीन को लेकर और अपने देश को लेकर सच्चा है और राकेश टिकट के आंख से आंसू निकाल कर सरकार ने गलत कर दिया, फिलहाल इस पूरे मामले पर राजनीतिक प्रक्रिया भी आनी शुरू हो गई है प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, राहुल गांधी, पंजाब मुख्यमंत्री राजस्थान मुख्यमंत्री के साथ कई बड़े नेताओं ने सरकार की निंदा की है, अब देखना यह होगा कि सरकार और प्रशासन आज होने वाले किसान पंचायत और किसानों का दिल्ली बॉर्डर मार्च को किस तरीके से संभालते हैं।
अब तक की खबर के अनुसार दिल्ली उत्तर प्रदेश स्थित गाजीपुर बॉर्डर पहुंच रहे ट्रैक्टरों की आवाजें लगातार प्रशासन के कानों में तेज होती चली जा रही है।