बुलंदशहर : सलेमपुर कायस्थ के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक श्वेता दीक्षित राज्य शिक्षक पुरुस्कार के लिए हुईं चयनित
सिकंदराबाद ब्लाक के गांव सलेमपुर कायस्थ के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात श्वेता दीक्षित का राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। उन्हें शिक्षक दिवस के मौके पर पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उनके चयनित होने पर परिजनों और साथ ही शिक्षकों में खुशी का माहौल है। बुधवार को उत्तर प्रदेश शासन के संयुक्त सचिव राजेंद्र सिंह ने राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए जनपदों के शिक्षकों के नामों की सूची जारी की थी। बुलंदशहर से शिक्षिका श्वेता दीक्षित का चयन हुआ है।
श्वेता दिक्षित सिकंदराबाद ब्लाक के गांव सलेमपुर कायस्थ के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका के रूप में तैनात मूल रूप से कानपुर की रहने वाली हैं। वर्तमान में गगन एनक्लेव गाजियाबाद में रहती हैं। श्वेता दीक्षित पिछले 10 सालों से प्राथमिक बेसिक शिक्षा विभाग में अपनी सेवा दे रही है। श्वेता दीक्षित ने बताया कि उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार और राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए आवेदन किया था। राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित होने पर खुशी जाहिर करते हुए बताया की विभाग में 10 साल पहले उनकी नियुक्ति हुई थी।
10 साल की सेवा में उन्होंने हमेशा अपना उत्कृष्ट योगदान दिया है। इससे पहले साल 2019 में सुरक्षा अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों के 10,000 से अधिक छात्र-छात्राओं को उनकी सुरक्षा के लिए जागरूक किया था। जिसके लिए 31 जुलाई साल 2019 में डीएम रविंद्र कुमार द्वारा श्वेता दीक्षित को सम्मानित किया गया था। कोरोनकाल के दौरान विद्यालय के बच्चों के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर 260 से अधिक बच्चों को जोड़ा और शिक्षण सामग्री एवं नवाचार का प्रयोग करके बच्चों को शिक्षण कार्य से जोड़े रखा।
श्वेता दीक्षित की नवाचार में से एक गतिविधि को जुलाई 2020 में संस्था द्वारा अपनी पत्रिका में प्रकाशित किया गया था। सांप सीढ़ी के खेल के माध्यम से बच्चों को लाभ हानि की जानकारी दी थी, साथ ही अपने शिक्षक साथियों को समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत उपलब्ध आधारशिला से संबंधित जानकारियों से अवगत कराया। जिसके लिए 15 अगस्त 2020 को बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्मानित किया गया था। राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए शिक्षक की अलग-अलग प्रतिभा को रखा जाता है।