असम: कोयला ले जा रहे ट्रकों में लगाई आग, 5 की मौत; इनका नाम आया सामने
दिसपुर. असम के दीमा हसाओ (Dima Hasao) में गुरुवार रात एक हमले में पांच लोगों की हत्या कर दी गई थी. अधिकारियों ने जानकारी दी है कि दिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी (DNLA) के उग्रवादियों ने कथित रूप से ट्रकों पर हमला किया था और बाद में आग लगा दी थी. पुलिस अधिकारी ने बताया है कि इलाके में बड़े स्तर पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है. 2019 में गठित DNLA दिमासा जनजाति के लिए स्वतंत्र राष्ट्र की मांग कर रहा है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, दीमा हसाओ जिले के एसपी जयंत सिंह ने बताया, ‘हमने पांच जले हुए शव बरामद किए हैं. इनमें ज्यादातर ट्रक ड्राइवर और उनके मददगार थे. शिनाख्त अभी भी जारी है.’ उन्होंने कहा कि खुफिया जानकारी के अनुसार, हमले के बीचे उग्रवादी समूह DNLA का हाथ है. दिमासा को असम की ब्रह्मपुत्र घाटी के शुरुआती शासकों में भी गिना जाता है.
रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले बताया गया कि संदिग्ध आतंकियों ने करीब 8 बजे उमरांग्सो से लंका जा रहे ट्रकों को बीच में रोका और उनमें आग लगा दी. ये ट्रक क्लिंकर और कोयला लेकर जा रहे थे. खबर है कि इस दौरान कुछ ट्रक बचकर भाग निकले. पुलिस इलाके में लगातार छानबीन कर रही है. मीडिया रिपोर्ट्स में असम पुलिस के हवाले से कहा जा रहा है कि आतंकियों ने ट्रक चालकों पर कई राउंड फायर किए. वहीं, इस दौरान अन्य लोगों ने वाहनों में आग लगा दी. यह घटना गुवाहाटी से 200 किमी से थोड़ी दूरी पर हुई है. मई में सुरक्षा बलों ने धनसिरी इलाके में हुई मुठभेड़ में DNLA के 6 आतंकवादियों को मार गिराया था. पुलिस ने बताया था कि इस दौरान हथियार बरामद किए गए थे.
दीमा हसाओ के पहाड़ी जिले को भारतीय संविधान के छठी अनुसूचि के तहत नॉर्थ कछार हिल्स ऑटोनोमस काउंसिल की तरफ से चलाया जाता है. 1990 और 2000 के समय यह विद्रोह का गढ़ हुआ करता था. इलाके में साल 1991 में दिमासा नेशनल सिक्योरिटी फोर्स के गठन के बाद विद्रोह बढ़ा. इसका मकसद एक अलग राज्य तैयार करना था. इसके बाद 2000 के वक्त दिमासा नेशनल सिक्योरिटी फोर्स और इसकी सशस्त्र शाका ब्लैक विडो क्षेत्र में सक्रिय थे. फिलहाल, दिमासा असम के दीमा हसाओ, कारबी, अंगलोंग, कछार और नगांव जिलों में रहते हैं. इसके अलावा इनकी मौजूदगी नागालैंड में भी है.