गनी की कारस्तानी
रूस का दावा- काबुल से भागते वक्त चार कारें और हेलिकॉप्टर भरकर कैश ले गए पूर्व अफगान राष्ट्रपति, उनकी लोकेशन पता नहीं
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काबुल स्थित रूस की एम्बेसी ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी को लेकर हैरान करने वाला खुलासा किया है। सोमवार को रूस की RIA न्यूज एजेंसी ने अपनी एम्बेसी के हवाले से कहा- गनी मुल्क से भागते वक्त अपने साथ चार कारें और हेलिकॉप्टर में भरकर कैश ले गए हैं। नगद रकम इतनी ज्यादा थी कि वो जब हेलिकॉप्टर में नहीं आई तो उसे एयरपोर्ट पर ही छोड़ दिया गया।
तालिबान ने भी दावा किया था कि उसे काबुल एयरपोर्ट पर काफी कैश मिला है। दावा किया गया था कि यह 50 लाख डॉलर के करीब है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। अब रूस के काबुल स्थित दूतावास ने इसकी पुष्टि कर दी है।
गनी की लोकेशन के बारे में जानकारी नहीं
अशरफ गनी और उपराष्ट्रपति सालेह ने रविवार को काबुल छोड़ दिया था। उनके साथ कुछ बेहद करीबी लोग भी थे। अब तक यह साफ नहीं है कि वो किस एयरक्राफ्ट से भागे। इसके अलावा उनकी लोकेशन के बारे में भी सही जानकारी अब तक सामने नहीं आ सकी है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि गनी तजाकिस्तान में हैं तो कुछ में कहा गया कि वे अमेरिका गए हैं।
रविवार रात एक फेसबुक पोस्ट में गनी ने कहा था कि अगर वे काबुल में रुकते तो ज्यादा खून-खराबा हो सकता था, इसलिए उन्होंने मुल्क छोड़ना ही बेहतर समझा। उन्होंने तालिबान से अपील में ये भी कहा कि वो देश में अमन बहाली के लिए काम करे।
दूतावास बंद नहीं करेगा रूस
रूस ने सोमवार को एक बयान में साफ कर दिया कि वो काबुल में अपना दूतावास बंद नहीं करेगा। रूस ने कहा- हम तालिबान से संबंध बनाने की कोशिश करेंगे, लेकिन उसे मान्यता देने में कोई जल्दबाजी नहीं की जाएगी। हम तालिबान के बर्ताव और कामों पर नजर रखेंगे।
काबुल में रूसी दूतावास की प्रवक्ता निकिता आईचेंको ने कहा- गनी ने काबुल छोड़ दिया है। चार कारों और एक हेलिकॉप्टर में कैश रखा गया था। ये इतना ज्यादा था कि इनमें समा नहीं पाया। इसलिए कुछ कैश काबुल एयरपोर्ट पर ही छोड़ दिया गया। बाद में न्यूज एजेंसी से बातचीत में भी निकिता ने यही बयान दोहराया। उन्होंने दावा किया कि उनके पास यह जानकारी चश्मदीदों के हवाले से आई है।
कुछ पैसा तो देश में जरूर होगा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अफगान मामलों पर स्पेशल एडवाइजर जामिर काबुलोव ने रविवार को कहा था- हम नहीं जानते कि भागने वाली सरकार देश के लिए कितना पैसा छोड़कर गई है। उम्मीद करते हैं कि कुछ पैसा तो वो जरूर यहां छोड़कर गए होंगे, क्योंकि पूरा कैश ले जाना मुमकिन नहीं था।