आसाराम को यूरिन इंफेक्शन, 5 दिन से नहीं टूटा बुखार, जोधपुर एम्स में भर्ती
जोधपुर. अपने गुरुकुल की नाबालिग छात्रा के यौन शोषण (Sexual Abuse) के मामले में जोधपुर सेंट्रल जेल में जीवन की आखिरी सांस तक की सजा काट रहे आसाराम (Asaram) की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई है. सूत्रों की मानें तो यूरिन इंफेक्शन के कारण पांच दिन से आसाराम को बुखार आ रहा है. इसके बाद शनिवार को आसाराम को जेल से जोधपुर एम्स में भर्ती कराया गया है. एम्स के डॉक्टर्स ने उसके स्वास्थ्य की स्थिति देखते हुए आईसीयू में भर्ती किया है. आसाराम की तबीयत पर डॉक्टर लगातार निगरानी रखे हुए है. पांच दिन पूर्व जोधपुर जेल में बुखार आने पर आसाराम का जेल डिस्पेंसरी में ही इलाज शुरू किया गया था, लेकिन बुखार नहीं टूटने पर अब एम्स लाया गया है.
एम्स में प्राथमिक जांच में सामने आया कि उसका यूरिन इंफेक्शन काफी बढ़ा हुआ है. इस कारण से उसे बुखार भी आ रहा है. ऐसे में उसे आईसीयू में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया. डॉक्टर्स का कहना है कि उसकी हालत स्थिर बनी हुई है. इंफेक्शन का असर कम होने के साथ बुखार भी उतरने की उम्मीद है. आसाराम के अस्पताल में भर्ती होने की सूचना मिलने के बाद वहां समर्थकों की भीड़ लग गई.
समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी, सामान्य मरीजों को हुई परेशानी
आसाराम को जब एम्स अस्पताल लाया गया तो इस दौरान आसाराम के समर्थकों की भारी भीड़ अस्पताल के बाहर एकत्रित हो गई. इसको लेकर पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी. एम्स अस्पताल में आसाराम के कई समर्थक प्रवेश करने की कोशिश करने लगे. इसके कारण एम्स अस्पताल में प्रवेश करने वाले लोगों की आईडी जांच करने के बाद प्रवेश किया गया. इससे सामान्य मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से जमानत देने से मना कर चुका है
आसाराम को दो माह पूर्व भी एम्स में भर्ती कराया गया था. इसके बाद जांच के लिए तीन बार उसे एम्स लाया जा चुका है. अब उसे एक बार फिर भर्ती कराया गया है. अपना इलाज आयुर्वेद पद्धति से कराने के लिए आसाराम हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से जमानत देने की गुहार लगा चुका है. लेकिन एम्स के मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में उसे स्वस्थ करार देने पर जमानत याचिका खारिज कर दी गई थी.
छह माह में उसे कई बार अस्पताल में भर्ती किया जा चुका है
उल्लेखनीय है कि आसाराम के खराब स्वास्थ्य को लेकर गत छह माह में उसे कई बार अस्पताल में भर्ती किया जा चुका है. जब-जब आसाराम का स्वास्थ्य खराब होता है उसके समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ती है. यह पुलिस के परेशानी का सबब बन जाती है. जिस भी अस्पताल में आसाराम को भर्ती किया जाता है वहां पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता तैनात करना पड़ता है.