आर्यन ड्रग्स केस में किरण गोसावी का दावा
पकड़े जाने के बाद आर्यन ने सबसे पहले सैम डिसूजा नाम के आदमी से बात की थी
यह तस्वीर क्रूज पर NCB के छापे के समय की है। इस दौरान गोसावी ने आर्यन के साथ सेल्फी ली थी, जो काफी वायरल हुई।
गोसावी बोला- सरेंडर के बाद जो भी सजा मिले भुगतने को तैयार
आर्यन खान ने ड्रग्स पार्टी केस में हिरासत में लिए जाने के बाद सबसे पहले अपने माता-पिता से नहीं, सैम डिसूजा नाम के किसी आदमी से बात की थी। ये दावा इस केस के गवाह किरण गोसावी ने किया है। गोसावी खुद इस केस के बाद अंडरग्राउंड हो गया था। उस पर इस मामले में कई आरोप लगे हैं और ताजा आरोप 25 करोड़ में आर्यन केस में डील कराने का है।
इस आरोप के बाद गोसावी एकदम से सामने आ गया है। उसने रिश्वत के आरोपों को भी खारिज किया है। इस मामले में गोसावी ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की और केस से जुड़े कई पहलुओं को बताया।
उस रात की कहानी, आर्यन ने बात करने के लिए मांगा था फोन
गोसावी के दावे के अनुसार उस रात आर्यन ने किसी से बात करने के लिए उससे फोन मांगा था। उसने बताया, ‘आर्यन ने जो नंबर बताया, मैंने मोबाइल से वह नंबर लगाया। आर्यन ने सैम डिसूजा नाम के व्यक्ति से बात की थी। आर्यन को NCB कार्यालय लाया गया, तब मेरे हाथ में प्रभाकर का ही फोन था। उसी से मैंने सेल्फी ली थी।
बाद में प्रभाकर ने क्या प्लान किया इसकी मुझे जानकारी नहीं। उस रात बारिश हुई थी। गाड़ी से उतरते वक्त आर्यन फिसल गया था। उसने मेरा हाथ पकड़ लिया। बाद में इस बारे में कहा गया कि मैंने आर्यन को घसीटा था।’
प्रभाकर के पास मेरे डॉक्युमेंट, झूठी कहानी बनाई
प्रभाकर ने अपने हलफनामे में दावा किया है कि उसने खुद गोसावी को सैम डिसूजा से यह बात करते हुए सुना था कि शाहरुख से 25 करोड़ की मांग करो और 18 करोड़ में डील फाइनल करो, इसमें से 8 करोड़ समीर वानखेड़े को देने हैं। गोसावी का कहना है कि यह झूठी और पिछले चार-पांच दिनों में बनाई गई कहानी है।
गोसावी ने कहा, ‘मुझे शक है कि प्रभाकर ने मेरे सारे डॉक्युमेंट इन लोगों को बेच दिए हैं, क्योंकि मेरे घर की चाबी भी उसके पास ही थी। मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है।’
सामने आकर ही क्यों न मरूं
गोसावी ने बताया कि वह 6 अक्टूबर को ही सरेंडर करने वाला था, लेकिन उसे किसी का कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि वह चाहे पुणे में सरेंडर कर ले या फिर जेल चला जाए, उनके लोग सब जगह है।
‘यह सुनकर मैं डर गया और सरेंडर नहीं किया, मगर अब मैंने तय कर लिया है कि अगर मरना ही है तो सामने आकर क्यों न मरूं। मुझे 3 से 6 अक्टूबर तक लगातार धमकी भरे कॉल आए। मुझे वॉट्सऐप पर कॉल आए। मेरे पास वॉट्सऐप चैट्स के डीटेल हैं। यह सारी चीजें मैं सामने लाऊंगा।’
चाहे जो भी सजा दे दो
‘मेरा पुणे का पुराना केस री-ओपन किया गया। मेरे खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया, मैं चुप बैठा रहा, लेकिन अब जो आरोप मेरे खिलाफ प्रभाकर के जरिए लगाया गया है, उसकी वजह से मैं सरेंडर करने जा रहा हूं।’
गोसावी ने आगे कहा, ‘चाहे अब मुझे जो भी सजा मिले, मैं भुगतने को तैयार हूं। मुझे डर है कि जब मैं सरेंडर करूंगा, तब मुझ पर दबाव डालकर और भी कुछ कबूल करवाया जा सकता है। इसलिए सरेंडर करने से पहले मैं देश भर की मीडिया से बात कर रहा हूं।’
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