Arvind Kejriwal Announcement: भारत को नंबर वन देश बनाने के लिए दोपहर एक बजे सीएम केजरीवाल करेंगे ‘बड़ी शुरुआत’, ट्वीट कर किया एलान
News Nasha
दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि भारत को नंबर वन देश बनाने के लिए बुधवार दोपहर एक बजे एक बड़ी शुरूआत होगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह घोषणा अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर की, इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्र सरकार से अपील की थी कि वह दिल्ली सरकार की विशेषज्ञता का इस्तेमाल पूरे भारत में स्कूली शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए करें, ताकि भारत को दुनिया में नंबर वन देश बनाया जा सके। उन्होंने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को मुफ्त की सौगात न कहने की अपील भी की थी।
केजरीवाल सरकार पर बीजेपी का आरोप:
केजरीवाल पर सत्ता में आने के लिए लोगों को मुफ्त सेवाओं का ‘झांसा’ देने का आरोप बीजेपी लगाती रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के बाद लोगों को ‘रेवड़ी कल्चर’ को लेकर सर्तक रहने की हिदायत दी थी. उन्होंने कहा था कि यह देश के विकास के लिए बेहद घातक है।
हम केंद्र सरकार के साथ काम करने को तैयार हैं- अरविंद केजरीवाल
केजरीवाल ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा,”हम स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए केंद्र के साथ काम करने को तैयार हैं। मैं केंद्र से अनुरोध करता हूं कि इसे मुफ्त की सौगात कहना बंद किया जाए।” उन्होंने कहा था कि बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए बड़ी संख्या में सरकारी स्कूल खोलने, उनमें सुधार करने, अतिथि शिक्षकों को नियमित करने, शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की जरूरत है और तब भारत एक समृद्ध देश बन सकता है। उनका कहना था कि यह काम पांच साल में हो सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि हमने यह करके दिखाया है.मैं केंद्र से आग्रह करता हूं कि सरकारी स्कूलों और स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर बनाने के लिए हमारी विशेषज्ञता का इस्तेमाल किया जाए। सभी राज्यों की सरकारें मिलकर काम कर सकती हैं।” उन्होंने कहा कि गरीब वर्ग के लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में ही भेज सकते हैं और यह आवश्यक है कि उनकी हालत में सुधार हो।
सरकारी स्कूलों में किसके बच्चे पढ़ते हैं:
केजरीवाल ने कहा था कि अगर एक मामूली पृष्ठभूमि से नाता रखने वाले बच्चे को सरकारी स्कूल में अच्छी शिक्षा मिलेगी, तो वह एक चिकित्सक, इंजीनियर या उद्योगपति बन सकता है। इससे उनके परिवार की आर्थिक हालत में सुधार होगा। इससे उनके परिवार को गरीबी से बाहर निकलने में मदद मिलेगी और देश भी समृद्ध बनेगा।”