सुबह करीब 3:30 बजे SC ने खारिज की एक याचिका, फिर दी गई निर्भया के दोषियों को सजा
आज 7 साल बाद निर्भया के दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाया गया। दोषियों के वकील एपी सिंह ने दोषियों को बचाने के लिए हर मुमकिन प्रयास किया। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने 3:30 बजे एक याचिका को भी खारिज किया जोकि दोषियों के वकील द्वारा लगाई गई थी। इस याचिका में फांसी की तारीख को आगे बढ़ाने की बात कही थी। इस फैसले के खिलाफ निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे, लेकिन रात को करीब 3.30 बजे SC ने भी इस याचिका को खारिज कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने जब रात के करीब 3:30 बजे याचिका खारिज की तो सुबह 4:00 बजे दोषियों को उठाया गया और नहाने के बाद उन्हें नए कपड़े पहनने के लिए कहा गया
तो दोषी विनय ने कपड़े बदलने से इनकार कर दिया और उसने रोना शुरू कर दिया और माफी मांगने लगा।
इसके बाद दोषियों को जेल प्रशासन की ओर से चाय-नाश्ता पूछा गया लेकिन किसी ने नाश्ता नहीं किया। इसके बाद जेल प्रशासन की ओर से दोषियों से उनकी आखिरी इच्छा पूछी और ठीक 5.30 बजे चारों दोषियों को तिहाड़ जेल के फांसी घर में फांसी के फंदे पर लटकाया गया। इस दौरान तिहाड़ जेल के बाहर भीड़ लगी हुई थी। साथ ही जेल के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया था।