सेवानिवृत्ति के करीब उम्र वाले शिक्षकों के साथ नहीं होगा ऐसा, जानें क्या
देहरादून, दिल्ली में रहने वाली उत्तराखंड के प्रवासियों की एक संस्था ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से आग्रह किया है कि जो शिक्षक सेवानिवृत्ति के नजदीक है उन्हें अब दुर्गम में नहीं भेजा जाना चाहिए।
करीब ढाई दशक से दिल्ली में काम कर रही प्रवासी उत्तराखंडियों के संगठन गंगोत्री सामाजिक संस्था ने श्री रावत को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वर्ष 2016 में जिन 585 शिक्षकों को मैदानी क्षेत्रों से उनके मूल तैनाती स्थल भेजने के आदेश किए गए थे उनमें पहुंच वाले शिक्षक अपनी जगह पर बने हुए हैं जबकि बाकी को उनके मूल तैनाती वाले स्थानों पर भेजा जा रहा है।
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संस्था ने आग्रह किया है कि जिन शिक्षकों की उम्र 55 साल या इससे अधिक है उन्हें नियमावली के तहत दुर्गम स्थानों में नहीं भेजा जाना चाहिए।