गोरखपुर में एक और हत्या: मॉडल शॉप में फ्री शराब नहीं देने पर वेटर को मार डाला
गोरखपुर में मनीष हत्याकांड को लेकर मचा बवाल अभी थमा भी नहीं है कि यहां एक और हत्या हो गई है। जिले के रामगढ़ताल इलाके में गुरुवार रात को हिस्ट्रीशीटर के भाई और उसके साथियों ने एक कर्मचारी को पीट-पीटकर मार डाला। कर्मचारी का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने उन्हें फ्री में शराब देने से मना कर दिया। इस बात से आग बबूला हुए हिस्ट्रीशीटर के भाई और साथियों ने उसकी हॉकी और डंडों से बुरी तरह पिटाई कर दी। कर्मचारी को छुड़ाने गए उसके साथी को भी बुरी तरह से घायल कर दिया। मनबढ़ों के हमले से कोई काउंटर तो कोई मेज के नीचे छिप गया।
हमलावरों के फरार होने पर घायल दोनों कर्मचारियों को इलाज के लिए पास के हॉस्पिटल में ले जाया गया। हालत गंभीर देखकर डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। रास्ते में ही एक कर्मचारी की मौत हो गई। एक कर्मचारी का इलाज चल रहा है। सरेआम हुई गुंडागर्दी के आरोपितों की पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है।
पिटाई करने वाले आरोपितों की तस्वीर भी सीसीटीवी में कैद हो गई है। महराजगंज के रहने वाले नागेंद्र प्रताप सिंह का रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में वरदायिनी के पास मॉडल शॉप है। उनके बेटे मनीष सिंह इसका संचालन करते हैं। मध्य प्रदेश के रीवा जिले के पनगढ़ी निवसी श्रवण प्रजापति का 23 साल का बेटा मनीष प्रजापति मॉडल शॉप पर कैंटीन कर्मचारी के रूप में काम करता था।
आरोप है कि कोतवाली इलाके के हिस्ट्रीशीटर का भाई अपने साथियों के साथ पहुंचा। आर्डर लेने आए कर्मचारी से उन्होंने शराब लाने के लिए कहा तो कैंटीन कर्मचारी ने पैसा मांगा। कहा कि बिना पैसे का शराब नहीं मिलेगी। इससे नाराज होकर एक युवक ने हिस्ट्रीशीटर का नाम लेकर कहा कि इन्हें जानते नहीं हो।
बात बढ़ने के बाद मनबढ़ बवाल करने लगे। कर्मचारी छिपने के लिए मॉडल के अंदर चले गए तो मनबढ़ों ने मॉडल शॉप में अंदर घुसकर कर्मचारी मनीष प्रजापति को हॉकी और डंडे से पीटना शुरू कर दिया। बचाने गए उसके साथी बहराइच के हुजूरपुर थाना क्षेत्र स्थित पातोपुर निवासी रघु की भी मनबढ़ों ने पिटाई कर दी।
वहीं अन्य वेटर व कर्मचारी जान बचाकर भागने लगे। मनबढ़ों के आतंक से मॉडल शॉप में काम करने वाले अन्य वेटर और कर्मचारी उन्हें बचाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। मनबढ़ पिटाई कर आराम से चले गए। दोनों घायलों को पास के एक हॉस्पिटल में ले जाया गया जहां हालत गंभीर होने पर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया।
मेडिकल कालेज ले जाते समय मनीष प्रजापति की मौत हो गई। जबकि रघु का इलाज चल रहा है। उधर, आरोपितों की तलाश में पुलिस टीम जुट गई है। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है। सूचना के बाद मौके पर एडीजी अखिल कुमार और डीआईजी जे. रवीन्द्र गौड़ तथा कैंट और रामगढ़ताल पुलिस पहुंची गई।