ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को हो रही है मानसिक बीमारी, जानिए वजह
ऑस्ट्रेलियाई टीम का प्रदर्शन भले ही मैदान पर सुधर गया है, लेकिन उसके खिलाड़ी मानसिक बीमारी से पीड़ित होते जा रहे हैं | ऐसा एक और मामला सामने आया है | ग्लेन मैक्सवेल के मानसिक बीमारी की वजह से क्रिकेट से ब्रेक लेने के बाद अब ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेटर सोफी मॉलिने भी इससे पीड़ित हो गई हैं | उन्होंने कुछ समय के लिए क्रिकेट छोड़ दिया है |
बता दें सोफी मॉलिने ने वीमेंस बिग बैश लीग में रेनीगेड्स के लिए 10 मैच खेले हैं| वो टी20 वर्ल्ड कप में जगह बनाने के लिए मेहनत कर रही थीं, लेकिन शनिवार को मेलबर्न में होने वाले मैच से पहले उन्होंने अपना नाम टीम से वापस ले लिया है | बता दें मेंटल हेल्थ की वजह से क्रिकेट से ब्रेक लेने वाली सोफी ऑस्ट्रेलिया की चौथी खिलाड़ी हैं | उनसे पहले ग्लेन मैक्सवेल, निक मैडिंसन और विल पुकोवस्की ने भी मानसिक दबाव से जूझ रहे हैं |
रेनीगेड्स के कोच टिम कॉयल ने सोफी मॉलिने की मानसिक बीमारी पर कहा कि टीम ने सोफी मॉलिन को ठीक होने के लिए पूरा समय दिया है | वो ठीक होने के लिए जितना मर्जी समय ले सकती हैं | कॉयल ने कहा, ‘सोफी अपनी टीम की खिलाड़ियों को जानती हैं, वो अपने कोच और सपोर्ट स्टाफ को जानती हैं, हम सब उनके साथ खड़े हैं | उन्हें जितना भी समय चाहिए उन्हें दिया जाएगा |’ ऑस्ट्रेलियाई वीमेंस टीम के डॉक्टर पिप इंगे ने कहा कि सोफी की सेहत पर नजर रखी जाएगी |
सोफी मॉलिने का मानसिक तनाव में आना ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ा झटका है | दरअसल मॉलिने को ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम का भविष्य माना जा रहा था | महज 21 साल की ये खिलाड़ी एक ऑलराउंडर है जो बाएं हाथ से गेंदबाजी और बल्लेबाजी करती है | साल 2017 में सोफी को सर्वश्रेष्ठ युवा प्लेयर का अवॉर्ड मिला था | साल 2018 में सोफी ने भारत के खिलाफ टी20 डेब्यू किया था | वहीं पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने वनडे डेब्यू किया था | हालांकि डेब्यू के एक साल बाद ही वो मानसिक दबाव से जूझ रही हैं |