दिल्ली के कांग्रेस नेता अनिल भारद्वाज का केजरीवाल सरकार पर हमला ,
Ø समस्याऐं नहीं, समाधान करें केजरीवाल -अनिल भारद्वाज
Ø दिल्ली सरकार के प्रदूषण के विरूद्ध सभी अभियान विफल-अनिल भारद्वाज
Ø दिल्ली सरकार के पास प्रदूषण को कम करने के लिए कोई ठोस योजनाऐं नहीं- अनिल भारद्वाज
नई दिल्ली 6 नवम्बर, 2021-दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मिडिया विभाग के चेयरमैन व पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में प्रैस संवाददाताअतों को सम्बोधित करते हुऐ बताया कि आज भारत की राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द के गैरजिम्मेदाराना रवैय के कारण दिल्ली प्रदूषण और गंदगी में नम्बर-1 बन चुकी है। उन्होंने बताया कि आज दिल्ली की हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि आम जन को खुली हवा में सांस ले पाना बहुत ही मुश्किल हो पा रहा है, लोगों की आंखों में प्रदूषण के कारण जलन हो रही है, दिल्ली गैस चैम्बर बन गई है, अरविन्द केजरीवाल प्रदूषण को लेकर गम्भीर नहीं है उसके पास प्रदूषण को कम करने के लिए कोई ठोस योजनाएं नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए दिल्ली की जनता को भगवान भरोसे छोड़कर अपने राजनीतिक फायदे के लिए अन्य राज्यों में दिलचस्पी ले रहे है। आज की इस प्रैसवार्ता में श्री अनिल भारद्वाज के अलावा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मिडिया विभाग के वाईस चेयरमैन श्री परवेज आलम भी मौजूद थे।
अनिल भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द ने दिल्ली में कहीं पर भी अपने प्रचार में न तो पटाखे नहीं जलाने व प्रदूषणरहित दीवाली मनाने का संदेश दिया और न ही प्रभू श्री राम का जिक्र किया जिनके नाम पर आज देश भर में दिवाली मनाई जाती है उन्होंने सिर्फ अपना व अपनी पार्टी का ही प्रचार किया। उन्होंने कहा कि आज अरविन्द सत्ता के लालच में इतने स्वार्थी हो चुके है कि उन्हें दिल्ली की जनता की कोई परवाह ही नहीं है।
अनिल भारद्वाज ने कहा कि प्रदूषण के विरूद्ध दिल्ली सरकार के जितने भी अभियान चले या चल रहे है वें सभी नाकाम साबित हो रहे है फिर चाहे वो आॅड-ईवन रहा हो, ग्रीन बजत रहा हो, ट्री-प्लांटेशन रहा हो, रेड लाई आॅन, गाड़ी आॅफ रहा हो, या फिर “युद्ध प्रदूषण के विरूद्ध” हो। दिल्ली सरकार द्वारा चलाया जा रहा “युद्ध प्रदूषण के विरूद्ध” पूरी तरह से हार चुका है, क्योंकि दिल्ली में दिल्ली सरकार द्वारा चलाऐ जा रहे “युद्ध प्रदूषण के विरूद्ध” का कोई भी असर नहीं हो रहा है और नाहीं लाखों रूपय खर्च कर “रेड लाईट आॅन, गाड़ी आॅफ” शुरू किए गए अभियान का कोई असर हुआ है। उन्होंने कहा कि अरविन्द द्वारा 27 अक्टूबर से शुरू किए गए “पटाखे नहीं दिय जलाओं” अभियान भी पूरी तरह से विफल हो चुका है। उन्होंन बताया कि पिछले पांच सालों के दौरान आज दिल्ली में ।पत फनंसपजल प्दकमग का लेवल 500 के पार पहुंच चुका है। उन्होंन बताया कि दिल्ली में पताखें की खरीद-बिक्री की निगरानी के लिए जिला स्तर पर दिल्ली सरकार ने 157 सदस्यों वाली 15 टीमों की घोषणा की थी परन्तु इसके वाबजूद अरविन्द प्रदूषण पर लगाम लगाने में नाकाम रहे।
अनिल भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द ने 7 वर्ष पहले अपने चुनावी प्रचार में जो वादें किए थे वो सभी आज खोखले साबित हो रहे है। दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए वर्ष 2018 में अरविन्द ने दिल्ली को 1000 इलैक्ट्रिक बसें देने का वायदा किया था वो भी वें पूरा नहीं कर पाए और नाही दिल्ली में अभी तक 1 भी इक्ट्रिक बस नहीं ला पाए। अरविन्द ने 2024 तक दिल्ली के 25 प्रतिशत वाहनों को इलेक्ट्रिक में बदलने की घोषणा की परन्तु वें अभी तक दिल्ली के चार पहिए वाहनों के 1 प्रतिशत वाहन भी इलेक्ट्रिक वाहन में नहीं बदल पाए तथा इन इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए एक भी चार्जिंग पाॅइन्ट नहीं बना पाए। उन्होंने बताया कि पिछले 7 वर्षों में दिल्ली की सीमा से गुजरने वाले आॅटों व कार से ग्रीन सेस के रूप में संकलित 1439.65 करोड़ रूपए की राशि से दिल्ली सरकार 70 प्रतिशत खर्च ही नहीं कर सकी, मात्र 436.51 करोड़ रूपए ही खर्च कर पाई। उन्होंने बताया कि इस राशि से 70 विधानसभा में एक बड़े स्माॅग टाॅवर अथवा हर वार्ड में 2 छोटे स्माॅग टाॅवर लगाए जा सकते थे। केजरीवाल ने दिल्ली के कनाॅट प्लेस में 20 करोड़ रूपए का एक स्माॅग टाॅवर लगवाकर पूरी दिल्ली में प्रचार किया।
अनिल भारद्वाज ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द से सवाल किया कि उनकी निगरानी टीमों ने लोगों द्वारा भारी मात्रा में पटाखे जालाए जाने पर उनके खिलाफ क्या कोई मुकदमा दर्ज किया, क्या उन लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई? उन्होंने कहा कि भाजपा पार्टी व आम आदमी पार्टी दोनों ही एक दूसरे से मिली हुई है दोनों ही पार्टीयां पराली प्रदूषण पर अरोप व प्रत्यारोप की राजनीति कर दिल्ली की जनता का ध्यान असल मुद्दों से भटका रही है।