कैलिफोर्निया में महात्मा गांधी की मूर्ति तोड़े जाने से आक्रोश, FBI जांच की हुई मांग
आज महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की पुण्यतिथि वाले दिन भारतीयों के लिए अमेरिका से बुरी खबर आ रही है। अमेरिका (America) के कैलिफोर्निया राज्य में कुछ असमाजिक तत्वों ने यहां गांधी के मूर्ति को तोड़ दिया है। जो कि उत्तरी कैलिफोर्निया (California) के डेविस शहर के एक पार्क मे लगी हुई थी। इस मूर्ति को साल 2016 में भारत सरकार ने उपहार के रुप में दिया था।
बता दें इस 6 फुट लंबी और 294 किग्रा की मूर्ति को 2016 में राज्य के एंटी इंडिया मूवमेंट के बढ़ने के बाद लगाया गया था। असमाजिक तत्वों ने मूर्ति को टखने से तोड़ दिया है और इसे सिर और अन्य हिस्सों को काट कर फेंक दिया है। माना जा रहा है कि ऐसा वहां अमेरिकी-भारतीय समुदायों में रोष पैदा करने के लिए किया गया। इस मामले से वहां अमेरिकी और भारतीयों में काफी गुस्सा है और उन्होंने इसे घृणा फैलान का कृत्य मानते हुए पुलिस से इस मामले की गंभीर जांच करने के लिए कहा है।
27 जनवरी की है घटना
महात्मा गांधी के क्षत-विक्षत मूर्ति को सबसे पहले डेविस पार्क के एक कर्मचारी ने देखा था। यह घटना 27 जनवरी की बताई जा रही है। फिलहाल पूरी मूर्ति को वहां से हटाकर एक सुरक्षित जगह पर रखा गया है। मूर्ति में हुए नुकसान का मूल्यांकन किया जा रहा है। साथ ही स्थानीय पार्षद लुकस फ्रेसिक ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है।
2016 में लगाई गई थी मूर्ति
वहां शहर के एक बड़े हिस्से में लोग इस घटना से नाराज है। इसलिए सरकार मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों का पता लगा रही है। पुलिस की तरफ से कहा गया है कि अभी मालूम नहीं चला है कि मूर्ति को किस उद्देश्य से तोड़ा गया है। इस पूरी घटना के बाद शक की सुई अमेरिका के हिंदूवादी संगठनों पर जा रही है जो 2016 में इस मूर्ति के लगाए जाने का विरोध कर रहे थे।
हिंदूवादी संगठनों ने किया था विरोध
बताया दें ‘आर्गेनाइजेश फॉर मॉइनोरिटी इन इंडिया’ नाम के संस्थान अमेरिका में महात्मा गांधी की मूर्तियों का विरोध किया था। इसके अलावा इन हिंदूवादी संगठनों ने यहां के टैक्स बुक से इंडिया नाम को हटाकर इसे ‘साउथ एशिया’ किए जाने की मांग करते रहे थे। इन्हीं में से कुछ संगठनों ने 2016 में इस मूर्ति के लगाए जाने का विरोध भी किया था।
वहीं दूसरी तरफ हिंदू-अमेरिकन फाउंडेशन नाम के एक संगठन ने महात्मा गांधी की मूर्ति के तोड़े की निंदा करते हैं। अमेरिकन केंद्रीय जांच एजेंसी एफबीआई (FBI) से इसकी घटना की जांच किए जाने की मांग की है ताकि पता लगाया जा सके कौन लोग हैं जो राज्य में घृणा फैलाना चाहते हैं।