क्यूँ बांधते है अनंत चतुर्दशी पे दाये हाथ पर अनंत सूत्र।
अनंत चतुर्दशी दो महत्वपूर्ण कारणों की वजह से मनाई जाती है। अनंत सूत्र पहनने के साथ जरूर कर इस मंत्र का जाप।
अनंत चतुर्दशी दो महत्वपूर्ण कारणों की वजह से मनाई जाती है। इस दिन भगवान गणेश को 10 दिन की गणेश चतुर्थी के बाद विसर्जित किया जाता है और उसी दिन अनंत चतुर्दशी भी मनाई जाती है। इस दिन भक्तजन भगवान विष्णु की भी पूजा करते है।
अनंत चतुर्दशी भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष के शुभ दिन पर मनाई जाती है, इस साल ये दिन 9 सितंबर शुक्रवार को मनाया जाएगा। विष्णु भगवान की पूजा करने के बाद अनंत सूत्र 14 गाठों के साथ सीधे हाथ में पहना जाता है।
अनंत सूत्र को विष्णु भगवान का आशीर्वाद व प्रसाद की तरह माना जाता है, इसे रात के समय उतार कर रख दिया जाता है ओर अगले दिन इसे फिर किसी पवित्र नदी में बाहा दिया जाता है। अगर ये सूत्र पहनने वाला व्यक्ति उसे अगले दिन नदी में नहीं बाह्य पता तो उसे वो सूत्र अगले 14 दिनों तक पहन के रखना पड़ेगा। यह सूत्र को एक रूई के धागे पर 14 पवित्र गाठे लगाकर उसे हल्दी, कुमकुम और केसर के साथ बनाया जाता है।
यह सूत्र बनाने के बाद अच्छुताय नमः, अनंताय नमः, गोविंदाय नमः ये भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करते हुए पहना जाता है।