अमृतसर स्मार्ट सिटी इस तरह कर रहा स्वचछता का ख्याल
शहर में स्वच्छता को बढ़ावा देने तथा पलास्टिक की रिसाइकलिंग को बढ़ावा देने के लिए अमृतसर स्मार्ट सिटी द्वारा शहर में लोगों को प्लास्टिक की बोतलों और कोल्ड ड्रिंक कैन की रिसाइकलिंग के लिए उत्साहित करने के लिए एक से 10 फरवरी तक एक विशेष प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।
सीईओ स्मार्ट सिटी कोमल मित्तल ने शुक्रवार को बताया कि शहर में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस प्रतियोगिता के तहत शहरवासियों को समार्ट सिटी मिशन के तहत शहर में विभिन्न स्थानों पर प्लास्टिक की बोतलों और कोल्ड ड्रिंक कैन की रिसाइकलिंग के लिए लगाई गई रिवर्स वेंडिग मशीनों का अधिक से अधिक प्रयोग करने वालों को सीईओ स्मार्ट सिटी एवं नगर निगम कमिश्नर कोमल मित्तल द्वारा ईको-फ्रेंडली टी-शर्ट देकर सम्मानित किया गया। नगर निगम ऑफिस, विशाल मेगा मार्ट ए ब्लाक , बी और सी ब्लाक मार्केट रणजीत एवन्यू, अमृत आनंद पार्क और रोज गार्डन रणजीत एवन्यू, कंपनी बाग, नावल्टी चौक, कोर्ट काॅम्प्लेक्स, यूनिवर्सिटी के सामने कबीर पार्क, अमरा टॉकी चौंक , डीएवी कॉलेज हाथी गेट, मॉडल टाउन मंदिर, कैरों मार्केट हॉल बाजार, दुर्गयाणा मंदिर, बस स्टैंड, शिवाला भाईया वाला मंदिर, गुरुद्वारा शहीदां साहिब में यह मशीनें लगाई गई हैं।
सुधीर मेहरा, राकेश, गोल्लू कुमार, दलीप कुमार, रवि और धमेंद्र कुमार द्वारा सबसे अधिक प्लास्टिक की बोतलें और कैन रिसाईकिल करने के लिए इन मशीनों में डाली गईं जिसके लिए इन लोगों को एक विशेष तरह की टी-शर्ट देकर सम्मानित किया गया, जिन्हें रिसाईकिल किए गए प्लास्टिक और सूती धागे को साथ मिलाकर बनाया गया है। उन्होंने सम्मानित होने वालो को रिसाईकलिंग चैंपियन बताते हुए कहा कि बाकि शहरवासियों को भी इनसे प्रेरणा लेकर शहर को स्वच्छ तथा प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए सहयोग करना चाहिए।
रणजीत एवेन्यू स्थित विशाल मेगा मार्ट के बाहर खाने के सामान की रेहड़ी लगाने वाले गोल्लू कुमार ने बताया कि उनके यहां आने वाले कस्टमर द्वारा छोड़ी गई बोतलों को वह मशीन में डालते हैं और उन्हें इस मशीन को अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए भी प्रेरित भी करते हैं। वहीं हॉल बाजार स्थित आर-एस टावर के पास अपनी दुकान चलाने वाले धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि वह उनकी दुकान में प्रयोग हो चुकी प्लास्टिक की बोतलों को इन मशीनों में डालते हैं ताकि इनकी रिसाइकलिंग हो सके तथा पर्यावरण को हरा-भरा बनाया जा सके।