डॉक्टरों के संकेतिक प्रदर्शन से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने डॉक्टरों से की बातचीत, सुरक्षा का दिया आश्वासन
देश के गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और डॉक्टरों से बातचीत कर सांकेतिक विरोध ना करने की अपील की है। इस दौरान अमित शाह ने इन सभी डॉक्टरों को भरोसा दिलाया है कि सरकार उनके साथ खड़ी है। बता दें कि अमित शाह ने आज इनसे बात इसलिए की है क्योंकि मेडिकल स्टाफ पर हो रहे हमलों के विरोध में डॉक्टर आज सांकेतिक प्रदर्शन के तौर पर मोमबत्ती जलाने वाले हैं। जिसे लेकर अमित शाह ने इस सांकेतिक प्रदर्शन को ना करने की अपील की है।
इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने सभी डॉक्टरों को सुरक्षा का आश्वासन दिया और सभी से अपील की गई कि वे उनके द्वारा प्रस्तावित प्रतीकात्मक विरोध को ना करें, सरकार उनके साथ है। बता दें कि देश कोरोना वायरस से लड़ रहा है। ऐसे में हर दिन कोरोनावायरस के मामले तेजी से भी बढ़ रहे हैं। वहीं यह डॉक्टर या यूं कहें कोरोना वॉरियर्स इस जंग में सबसे बड़ी सेना बनकर लोगों की रक्षा कर रहे हैं। ऐसे में इन लोगों पर देश के अलग-अलग हिस्सों में हमले भी किए गए हैं।
राज्य सरकारें बार-बार लोगों से अपील कर रही हैं कि उनके इलाके में आए स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला न करें। यह सभी स्वास्थ्य कर्मी आपके लिए ही आपके इलाके में आए हैं। बावजूद इसके देश में जगह जगह डॉक्टरों पर हमले किए गए। इस सब से मेडिकल स्टाफ बहुत नाराज हो गए हैं और अब वह सख्त केंद्रीय स्पेशल कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। आईएमए लंबे समय से डॉक्टरों से मारपीट करने वालों के खिलाफ केंद्रीय कानून बनाने की मांग करता रहा है।
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने 2019 में एक ड्राफ्ट जारी करके डॉक्टरों पर हमले के आरोपी को 10 साल की जेल और ₹10 लाख के जुर्माने का प्रावधान भी किया था। इस ड्राफ्ट को कानून और वित्त मंत्रालय ने मंजूरी दे दी लेकिन मामला गृह मंत्रालय ने अटका दिया था जिनका कहना था कि इस तरीके से अलग कानून नहीं बनाया जा सकता। लेकिन अब ये डॉक्टर इस कानून की मांग कर रहे हैं।