सरकार बदल गई लेकिन अमेठी का ये बस स्टॉप आज भी जर्जर
कभी कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली वीवीआइपी क्षेत्र अमेठी में कांग्रेस का किला ध्वस्त करने के बाद अमेठी में भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के आने के बाद भी अमेठी की बदहाली किसी से छुपी नही है। सरकारें तो बदल गई लेकिन अमेठी के हालात जस के तस हैं।
अमेठी में एक सरकारी बस अड्डा यानी कि रोडवेज बस डिपो अपनी सूरत पर बदहाली के आंसू बहा रहा है। ऐसा नहीं है कि किसी अधिकारी या राजनेता की नजर इस पर न पड़ी हो। रायबरेली व सुल्तानपुर वाया जगदीशपुर बस अड्डे से इस जगह के लिए बसे आती हैं, सवारियां भी खूब चढ़ती उतरती हैं लेकिन कभी किसी इस बस अड्डे का नाम लिखा हुआ नहीं देखा है।
जी हां, हम बात कर रहे है अमेठी जिले के तिलोई बस अड्डे की। इस क्षेत्र से मौजूदा सरकार की पार्टी यानी भारतीय जनता पार्टी से विधायक हैं राजा मयंकेश्वर शरण सिंह। बसें आती हैं जाती हैं, सवारी भी खूब आवागमन करती हैं लेकिन बस अड्डे के नाम पर उसी जर्जर बिल्डिंग में गंदगी फैलता साहू चाट मर्चेंट की दुकान का कब्जा है जो धड़ल्ले से चलती है जिसे लोग बस अड्डे के नाम से जानते हैं।
आपको बता दें कि अमेठी में एक तरफ तो विकास की गंगा बहाने का ढिढोरा पीटा जाता रहता है , तो दूसरी तरफ विकास की पोल खोलता हुआ तिलोई का बस स्टाप है जो विकास की पोल धड़ल्ले से खोल रहा है। विधान सभा तिलोई के भाजपा विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह के आवास से महज लगभग पाँच सौ मीटर के दायरे में बदहाली और अफसरशाही का शिकार बना बैठा ये बस अड्डा लेकिन अफ़सोस भाजपा विधायक का अक्सर इसके सामने से निकलना व विधायक जी से मिलने आने वाले नेता इसको नजर अंदाज कर आगे बढ़ जाते हैं जो एक प्रश्न चिन्ह पैदा करता है। इतना ही नहीं, तिलोई मार्केट में शुरुआत से विधायक निवास तक सड़क भी विकास कार्यों व अफसरों की अनदेखी की पोल खोलती नजर आती हैं। चारों तरफ गंदगी का अंबार, खुली व बजबजाट नालियां ही इस बस स्टॉप की पहचान बन चुका है।
तो क्या कभी बस स्टॉप तिलोई के भी दिन बहुरेंगे या विकास केवल कागज़ों में ही सिमटता जाएगा।