अमेठी हत्याकांड – छेडछाड की घटना हत्याकांड में बदली , दो मासूमो को भी मौत के घाट उतारा
Amethi में दिल दहला देने वाली हत्या: एक ही परिवार के 4 लोगों की निर्मम हत्या
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है। शिवरतनगंज थाना इलाके में किराए के मकान में रहने वाले एक ही परिवार के चार लोगों की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतकों में पति-पत्नी और उनके दो मासूम बच्चे शामिल हैं।
हत्याकांड की पृष्ठभूमि- मृतक सुनील कुमार, जो एक सहायक अध्यापक के तौर पर कार्यरत थे, हाल ही में रायबरेली से अमेठी स्थानांतरित हुए थे। वह अपने परिवार के साथ भवानी चौराहे पर किराए के मकान में रहते थे। सुनील की पत्नी पूनम, जिसने छेड़छाड़ और एससी-एसटी के तहत एक मुकदमा दर्ज करवाया था, लंबे समय से धमकियों का सामना कर रही थीं। चन्दन वर्मा नामक युवक पर पूनम से छेड़छाड़ के आरोप लगे थे, जिसके बाद से सुनील और उनके परिवार को लगातार परेशान किया जा रहा था।
हत्या की वारदात- यह वारदात उस वक्त हुई जब पूरा परिवार अपने घर में मौजूद था। अज्ञात बदमाशों ने घर में घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिसमें सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम और उनके दो मासूम बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए, और पुलिस अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं कर पाई है।
पुरानी रंजिश और हत्या के तार- इस हत्याकांड के तार रायबरेली से जुड़ते नज़र आ रहे हैं। सुनील के परिवार ने पहले ही चन्दन वर्मा के खिलाफ छेड़छाड़ और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था। बावजूद इसके, चन्दन के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। परिवार के अनुसार, चन्दन ने सुनील के गांव में भी मारपीट की थी, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई थी।
पुलिस की भूमिका पर सवाल- इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। एफआईआर में भी गड़बड़ी की बात सामने आई है, जिसमें आरोपी का नाम चन्दन वर्मा लिखा गया है लेकिन उसके पिता का नाम मायाराम मौर्या दर्ज है। इसके अलावा, एफआईआर दर्ज होने के बावजूद चन्दन की गिरफ्तारी पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।
नेताओं की प्रतिक्रियाएं
इस दिल दहला देने वाली घटना पर प्रदेश के प्रमुख नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं।
अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ट्वीट:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताते हुए कहा:
“अमेठी में हुई इस बर्बर हत्या की घटना निंदनीय है। अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कठोरतम सजा दी जाएगी। राज्य सरकार पीड़ित परिवार के साथ है।”
अमेठी सांसद लाल शर्मा की प्रतिक्रिया:
अधिकारियों की कार्रवाई- घटना के बाद आईजी रेंज अयोध्या प्रवीण कुमार और एडीजी जॉन अयोध्या घटना स्थल पर पहुंच चुके हैं। इसके साथ ही लखनऊ रेंज के अधिकारी भी मामले की जांच में जुट गए हैं। हालांकि, घटना के कई घंटे बाद भी मुख्य आरोपी चन्दन वर्मा की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, जिससे जनता में आक्रोश बढ़ रहा है।
यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि पुलिस की लापरवाही और न्याय प्रक्रिया की धीमी गति को भी उजागर करती है। पीड़ित परिवार ने पहले ही अपनी जान को खतरा बताया था, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। अब सवाल उठता है कि क्या इस बार भी प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगा, या फिर एक और घटना अनसुलझी रह जाएगी?
पूरे राज्य की नजरें अब इस मामले पर टिकी हुई हैं, और लोग यह उम्मीद कर रहे हैं कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले