कश्मीर पर अमेरिकी विदेश विभाग का नया बयान, इसलिए हुआ परेशान पाकिस्तान
कश्मीर के मुद्दे को लेकर अमेरिका ने फिर एक बार चिंता जताई है। जहाँ उन्होंने कश्मीर के हालात को लेकर भारत से पाबंधियाँ बहाल करने की मांग की है वहीँ पाकिस्तान को एक बार फिर झाड़ लगाई है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता की तरफ से एक बयान जारी हुआ है जिसमें उन्होंने ये बातें कही हैं। इसी के साथ उन्होंने भारत-पाक के इस आंतरिक मसले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से सहमति जताई है।
अमेरिकी प्रवक्ता की तरफ से कहा गया कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का स्वागत करते हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में जल्द ही हालात सामान्य हो जाएंगे। हम कश्मीर और अन्य मसलों को लेकर भारत और पाकिस्तान के साथ बातचीत और समर्थन जारी रखेंगे। हालांकि कश्मीर में लगी पाबंदियों पर अमेरिका ने चिंता जताई है और वहां के मानवाधिकार संगठन ह्यूमन राइट्स वॉच ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि कश्मीर के लोग पाबंदियों की वजह से काफी परेशान हैं। यहां की जनता को सूचना-संचार और चिकित्सा सुविधाओं के अलावा भी कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। ह्यूमन राइट्स वॉच ने मांग की है कि घाटी में सभी तरह के प्रतिबंध तुरंत हटा दिए जाने चाहिए। ऐसे प्रतिबंधों से लोगों में गुस्सा है। हालांकि इससे पहले से ही कश्मीर में धीरे-धीरे फोन और इंटरनेट सर्विस बहाल की जा रही हैं। बीते दिन घाटी के 5 जिलों में फ़ोन सर्विस चालू कर दी गई है।
वहीँ अमेरिकी प्रवक्ता ने कश्मीर पर चर्चा के दौरान पाकिस्तान को चेतावनी दी है। उन्होंने पाकिस्तान को एलओसी पर शांति बनाए रखने और सीमापार से आतंकी घुसपैठ पर लगाम लगाने की हिदायत दी है। गौरतलब है कि पाकिस्तान को आतंक का सहारा देने पर पहली बार फटकार नहीं लगी है। अमेरिका और यूएन कई बार पाकिस्तान को ऐसी हिदायत दे चुका है। हाल ही में आतंकी संगठनों को देश में शह देने और टेरर फंडिंग की वजह से पाकिस्तान को FATF की तरफ से ब्लैक लिस्ट किए जाने की चेतावनी मिली है।