अखिलेश यादव का भाजपा पर हमला, कहा सपा के झंडे से डरती हैं बीजेपी
अखिलेश यादव् ने कहा, भाजपा में न रखें बदलाव की उम्मीद, सपा के झंडे से लगता है डर
लखनऊ: यूपी में इस चुनावी माहौल के बीच दो सबसे बड़ी पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. ऐसे में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार भाजपा पर हमलावर हो रहे हैं. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोले हुए कहा कि समाजवादी पार्टी का झंडा क्रांति का प्रतीक है.भाजपा सपा के झंडे से डरती है. तभी भाजपा नेतृत्व समाजवादी झंडे के बारे में अवांछनीय टिप्पणी करती है जबकि लाल झंडा परिवर्तन का संकेत है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के संघर्ष का खून पसीना भी इसमें शामिल है.
सपा सुप्रीमो कहा कि भाजपा अपने जन्मकाल से ही यथास्थितिवाद की पोषक रही है. बीजेपी से से किसी परिवर्तन की उम्मीद नहीं की जा सकती हैं. भाजपा अपनी राजनीतिक संकीर्णता के कारण कुंठित हो गई है.
अखिलेश यादव ने शुरू किया झंडा लगाओ अभियान
अखिलेश ने कहा कि पार्टी का झंडा लगाओ अभियान भाजपा के झूठ फरेब से जनता को जागरूक करने और सपा नीतियों से लोगों को परिचित कराने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है. इस कोशिश के तहत 15 से 25 दिसंबर तक समाजवादी पार्टी का झंडा लगाओ अभियान लाया गया था. इस दौरान सभी विधानसभाओं में बूथ कार्यकर्ताओं, समर्थकों तथा शुभचिंतकों के घरों पर लगभग 10 लाख से अधिक झंडे लगाए गए हैं.
वहीँ इस श्रेणी में शनिवार को पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी ने डॉ. आशुतोष वर्मा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सपा का झंडा लगाया गया. कई मौके और मुकेश शुक्ला, दीपक रंजन, डॉ. सीमा सिंह, नवीन धवन, देवेंद्र यादव जीतू, पूजा शुक्ला आदि मौजूद रहे.
कई दलों के लोगों ने ली सपा की सदस्यता
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने शनिवार को निषाद सेना, भारतीय मानव समाज पार्टी तथा बसपा के कई पदाधिकारियों को सपा की सदस्यता दिलाई है. इसमें निषाद सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद निषाद, गुलाब चंद्र मिश्रा, सौरभ पांडेय, मानव समाज पार्टी के विमल कुमार बिंद, प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के सौदागर बिंद, दिलीप कुमार सिंह आदि शामिल थे. इसी तरह चंदौली बसपा के पूर्व जिला प्रभारी गुल्लू गौतम, संजय यादव, अमित राम भी मौजूद थे.