Akhilesh Yadav :”योगी हार के डर से हिंसा का सहारा लेते हैं”
Akhilesh Yadav :बहराइच को लेकर सबसे पहले मेरी अपील है कि जो जो पक्ष उसमें है सभी कानून व्यवस्था बनी रहे इस दिशा में काम करें, जो घटना हुई वो दुःखद है।
“बहराइच को लेकर सबसे पहले मेरी अपील है कि जो जो पक्ष उसमें है सभी कानून व्यवस्था बनी रहे इस दिशा में काम करें, जो घटना हुई वो दुःखद है।” – Akhilesh Yadav
बहराइच में हिंसा का दौर जारी
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के बाद का बवाल
उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हालात बिगड़ने के कारण सोमवार को एक बार फिर से बवाल हो गया। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
फायरिंग में युवक की मौत
सोमवार को बवाल की शुरुआत उस समय हुई जब रामगोपाल मिश्र नामक युवक की शव यात्रा में शामिल लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया। युवक की हत्या के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और कई गाड़ियों और दुकानों में आग लगा दी। यह स्थिति देखते हुए प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की।
ग्रामीणों का उग्र प्रदर्शन
हंगामे के दौरान, ग्रामीण लाठी-डंडों के साथ सड़कों पर उतर आए। उनकी मांग थी कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। विरोध प्रदर्शन हिंसक होते ही पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया। पुलिस की कार्रवाई से प्रदर्शनकारियों में और आक्रोश बढ़ गया, जिसके कारण हालात और बिगड़ गए।
प्रशासन का प्रयास
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस पूरी कोशिश कर रहे हैं कि किसी तरह की और हिंसा न हो। इस बीच, अधिकारियों ने सुरक्षा के मद्देनजर इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है।
सामाजिक ताने-बाने पर असर
यह बवाल बहराइच के सामाजिक ताने-बाने पर भी गहरा असर डाल सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं इलाके में शांति को भंग कर देती हैं और समुदायों के बीच विभाजन की संभावना बढ़ा देती हैं।
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बहराइच में चल रही हिंसा की घटनाओं ने प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। प्रशासन का प्रयास है कि स्थिति को जल्दी से नियंत्रित किया जाए, ताकि आगे कोई और बवाल न हो। स्थानीय नेताओं और समुदाय के सदस्यों को भी इस समस्या के समाधान में सक्रिय भूमिका निभाने की आवश्यकता है।