अखिलेश यादव आज फिर बसपा और कांग्रेस को देंगे झटका, सपा में शामिल हो सकते हैं कई बड़े नेता

यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले दल-बदल का सिलसिला जारी है। आज दोपहर में कई नेता समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं। बताया जा रहा है इसी दौरान अखिलेश कुछ कांग्रेस और बसपा के नेताओं को सपा की सदस्यता दिलाएंगे। इससे पहले शाहजहांपुर में अखिलेश ने योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद के चचेरे भाई को सपा में शामिल किया था। बसपा के राष्ट्रीय नेताओं को भी अखिलेश सपा से जोड़ चुके हैं।

गरीबों, कमजोरों पर चलती है ठोंको नीति: अखिलेश
इससे पहले कल अखिलेश यादव नानपारा के बंजारन टांडा के मृतक किसान दलजीत के घर पहुंचे थे। अखिलेश यादव ने कहा कि गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे से पूर्व निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। जांच को जाने वाले अधिकारी पहले उन्हें सेल्यूट करेंगे। अखिलेश ने कहा कि गृह राज्य मंत्री कहते हैं कि उन्हें मंत्री न समझो, विधायक न समझो, तो उन्हें क्या समझा जाए। बाबा को हमारा सब कुछ पता है, लेकिन गोरखपुर में व्यापारी की हत्या करके छह आरोपी फरार हैं, किसानों को कुचलकर मारने वाले फरार हैं, उस पर वह आंख बंद किए हुए हैं। बाबा की ठोंको नीति केवल गरीबों, कमजोरों पर चलती है। अपराधियों व ताकतवरों पर नहीं।

मटेरा विधानसभा के मोहरनिया पहुंचने पर भी अखिलेश ने योगी पर जमकर निशाना साधा। भाजपा की सरकार पर अभी तक जनता को ही विश्वास नहीं था, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट को भी विश्वास नहीं रहा है। सरकार की जिम्मेदारी है कि मृतकों के परिजनों को न्याय दिलाए। लखीमपुर प्रकरण में कह रहे हैं कि आरोपी नेपाल फरार हो गए हैं। अब तो भारत सरकार को देखना पड़ेगा कि नेपाल से आरोपी को कैसे पकड़ कर लाएगी। पत्रकार अगर ईमानदारी से खबर दिखा दें, तो उनके ऊपर एफआईआर लिख दी जाती है। लोकतंत्र खत्म हो रहा है, जनता की आवाज उठाने वालों को रोका जा रहा है। मटेरा के मृतक गुरविंदर के परिजनों को पोस्टमार्टम पर भी भरोसा नहीं रहा।

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सदस्य कह रहे गोली लगी है पोस्टमार्टम रिपोर्ट कुछ और कहती है। वीडियो सबने देखा है, कि गाड़ी आई और किसानों को कुचल दिया। वाहनों के रजिस्ट्रेशन से सब क्लीयर है। गाड़ियों में सभी भाजपा के कार्यकर्ता थे। परिजनों ने दोबारा पोस्टमार्टम की मांग की, लेकिन जो सरकार सुप्रीम कोर्ट की नहीं सुन रही है, तो वह गरीबों की क्या सुनेगी। योगी पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद के मुकदमे वापस ले लिए।

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