अखिलेश यादव का बिना अनुमति के जनेश्वर मिश्र पार्क में हुआ इंटरव्यू, फिर LDA ने किया ये काम
मना करने के बाद भी चैनल ने नहीं बदला स्थान
लखनऊ: बुधवार शाम को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जनेश्वर मिश्र पार्क में एक निजी चैनल को इंटरव्यू देने पहुंचे। उनके आने से पहले लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) को इसकी जानकारी हो गई। प्राधिकरण ने न्यूज चैनल को यहां इंटरव्यू न करने को कहा। इसके बावजूद चैनल ने स्थान नहीं बदला।
बता दे कि इसके बाद पर एलडीए उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने पुलिस अफसरों को इसकी जानकारी दी। अखिलेश यादव के आने से पहले ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए लेकिन इंटरव्यू नहीं रुका। अब इस मामले में एलडीए ने कार्रवाई के लिए गोमतीनगर विस्तार थाने में तहरीर देने की बात कही है। वहीं पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि थाने में अभी तहरीर नहीं दी गई है।
एलडीए ने नही दिया था अनुमति
बुधवार को एक न्यूज चैनल को अखिलेश यादव का साक्षात्कार करना था। इसके लिए उसने जनेश्वर मिश्र पार्क को चुना था। न्यूज़ चैनल ने एलडीए से अनुमति मांगी थी। प्राधिकरण ने अनुमति देने से साफ मना कर दिया था। न्यूज चैनल से कहा था कि वह यहां की बजाय दूसरी जगह इंटरव्यू कर लें। लेकिन चैनल ने स्थान नहीं बदला। जानकारी के मुताबिक उधर चार बजे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट पर पहुंच गए। गाड़ियों का काफिला गेट पर पहुंचा तो सुरक्षाकर्मियों ने रोकने का प्रयास किया। पर अखिलेश के साथ आए सुरक्षा कर्मियों ने गेट खोल दिया। न्यूज चैनल ने जनेश्वर मिश्र की प्रतिमा के आसपास पूर्व मुख्यमंत्री का टहलते हुए साक्षात्कार किया।
एलडीए ने तहरीर देने की बात कही
एलडीए के अधिशासी अभियंता जोन एक अवनींद्र कुमार सिंह ने शाम को गोमती नगर विस्तार थाने में तहरीर दी है। इसमें लिखा है कि 12 जनवरी को शाम 4 बजे न्यूज चैनल ने जनेश्वर मिश्र पार्क में राजनैतिक वाक इंटरव्यू किया। जिसकी एलडीए ने अनुमति नहीं दी थी। एलडीए ने कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही पुलिस को सूचना दे दी थी। अखिलेश यादव का साक्षात्कार शुरू होने से पहले ही पुलिस के कई अधिकारी जनेश्वर मिश्र पार्क पहुंच गए थे। अधिशासी अभियंता ने संबंधित प्रकरण में आवश्यक कार्यवाही करने के लिए लिखा है।
मूर्ति पर माल्यार्पण करने की कही बात
सुरक्षा कर्मियों ने पूर्व सीएम को जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट पर रोकने का प्रयास किया था। आचार संहिता व रोक की भी जानकारी दी थी। अखिलेश के साथ के लोगों ने कहा कि वह जनेश्वर की मूर्ति पर माल्यार्पण करने आए हैं। जिसके बाद गेट खोल दिया गया। पुलिस अफसरों का कहना है कि एलडीए ने कार्यक्रम शुरू होने के 10 मिनट पहले ही सूचना दी थी। पुलिस पहुंची लेकिन उसी समय ही अखिलेश यादव पहुंच गये थे। पुलिस अंदर गई लेकिन तब तक साक्षात्कार शुरू हो गया था जो कुछ समय बाद ही खत्म भी हो गया।