भ्रष्टाचार पर अखिलेश यादव ने भाजपा को घेरा , बोले ‘भ’ से भाजपा ‘भ’ से ………..
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भ्रष्टाचार को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि, "भाजपा कह रही है कि
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भ्रष्टाचार को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी (BJP) भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान छेड़ने की बात कर रही है अगर वो ऐसा करेगी तो उनका खुद का घर ही खाली हो जाएगा. अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार का ये अभियान भी जुमला बनकर ही रह जाएगा.
भ्रष्टाचार को लेकर अखिलेश यादव ने साधा निशाना
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भ्रष्टाचार को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि, “भाजपा कह रही है कि वो भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ अभियान छेड़ेगी. तब तो उनका घर ही खाली हो जाएगा. फिर सरकारों को गिराने-बनाने का पैसा भाजपा के पास कहां से आयेगा. कठपुतलियों को सोने के तार से कैसे खींचा जाएगा. आख़िर में ये अभियान भी जुमला बनकर रह जाएगा. उन्होंने लिखा, ‘भ’ से भाजपा, ‘भ’ से भ्रष्टाचार”
भाजपा कह रही है कि वो भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ अभियान छेड़ेगी…तब तो उनका घर ही खाली हो जाएगा…फिर सरकारों को गिराने-बनाने का पैसा भाजपा के पास कहाँ से आयेगा…कठपुतलियों को सोने के तार से कैसे खींचा जाएगा…आख़िर में ये अभियान भी जुमला बनकर रह जाएगा।
‘भ’ से भाजपा, ‘भ’ से भ्रष्टाचार।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 9, 2022
सीएम ऑफर को लेकर सियासत तेज
दरअसल, बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच सियासी बयानबाजी उस वक्त और भी ज्यादा तेज हो गई थी जब अखिलेश यादव ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को सीएम पद का ऑफर दे दिया था. उन्होंने कहा कि अगर केशव प्रसाद मौर्य 100 विधायक लेकर आते हैं तो हम उन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए बाहर से समर्थन करेंगे. अखिलेश के इस बयान के बाद यूपी की सियासत तेज हो गई थी. एक के बाद एक बीजेपी के कई नेताओं के बयान सामने आए और उन्होंने सपा अध्यक्ष पर जोरदार तरीके से पलटवार करना शुरू दिया.
केशव प्रसाद मौर्य ने किया पलटवार
अखिलेश यादव के इस बयान पर केशव मौर्य की भी प्रतिक्रिया सामने आई और उन्होंने कहा कि “अखिलेश यादव मुझसे घृणा करते हैं. विधानसभा में अखिलेश का मेरे प्रति प्यार सबने देखा है. अखिलेश यादव खुद डूबने वाले हैं वो मुझे क्या मुख्यमंत्री बनाएंगे. समाजवादी पार्टी अब समाप्तवादी पार्टी हो गई है. जिस तरह से पानी से निकलने के बाद मछली तड़पती है, उसी तरह अखिलेश यादव सत्ता के बिना तड़प रहे हैं.”